रायपुरः बीते जुलाई महीने से भारतीय जनता पार्टी ने अपने सदस्यता अभियान की शुरुआत की थी, जिससे करीब 18 लाख लोग पार्टी से जुड़े. बीजेपी के इस अभियान के बाद अब कांग्रेस डिजिटल इंरोलमेंट प्रोग्राम शुरू कर रही है, जिसमें एक एप के जरिए पार्टी ने पांच करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है. पार्टी के इस एप का नाम 'ऑफीशियल आईएनसी मेम्बरशिप' है.
बीजेपी कार्यकर्ताओं का बढ़ता समूह ही पार्टी की ताकत रही है, इसी के बल पर पार्टी ने केंद्र और देश के ज्यादातर राज्यों की सत्ता हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस का ये सदस्यता अभियान क्या उनके पुर्नजीवन की कड़ी साबित हो सकता है. ये सवाल सबके जेहन में कौंध सकता है.
छत्तीसगढ़ से होगी पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
इस एप के जरिए सदस्यता अभियान की शुरुआत सबसे पहले छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और गोवा में होगी. फिर देश के दूसरे राज्यों में इसका विस्तार किया जाएगा. उत्तरप्रदेश के रायबरेली और बुलंदशहर से इस पायलेट प्रोजेक्ट शुरुआत की जाएगी. रायबरेली कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र है.
5 करोड़ का रखा गया है लक्ष्य
कांग्रेस यदि अपने बनाए 5 करोड़ के लक्ष्य को पा लेती है तो निश्चित तौर पर वह बीजेपी के अभियान से आगे निकल जाएगी. हालांकि इसके लिए पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, ताकि आने वाले समय में कांग्रेस की नींव एक बार फिर मजबूत बने और वे उस पर सत्ता की कई मंजिलें स्थापित करे. हाल ही में हुए हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति कुछ बेहतर हुई है. हरियाणा में कांग्रेस ने 90 में से 31 तो वहीं महाराष्ट्र में 288 में से 44 सीटें मिली हैं.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की निगरानी में पार्टी व्यापक सदस्यता अभियान चला रही है, जिसके तहत नए पांच करोड़ सदस्यों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान में फर्जी सदस्यता से बचने के लिए ही डिजिटल प्रणाली का सहारा लिया जा रहा है. वेणुगोपाल ने हाल ही में पार्टी नेताओं को महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड को छोड़कर सभी राज्यों में सदस्यता के लिए अभियान शुरू करने के लिए कहा है.