रायपुर: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के मामले पर रायपुर की अदालत में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट में ईडी ने कारोबारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, पप्पू ढिल्लन और आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी को पेश किया. जहां कोर्ट ने सुनवाई के बाद चारों आरोपियों की रिमांड 13 जून तक बढ़ा दी है.
क्या कहते हैं वकील: अनवर ढेबर के वकील मतीन सिद्दिकी ने बताया "अनवर ढेबर समेत बाकी अभियुक्तों को जुडिशल रिमांड आज समाप्त हो रही थी. इसलिए सभी को आज कोर्ट में पेश किया गया था. ईडी ने आज सुनवाई के दौरान 14 दिन की जुडिशल कस्टडी मांगी थी, उसमें आज बहस हुई. कोर्ट ने सुनवाई के बाद 13 जून तक न्यायिक रिमांड बढ़ा दी है. वहीं अनवर ढेबर की ओर से बेल के लिए आवेदन किया है, जिसकी सुनवाई 13 जून को होगी. इस पूरे मामले में ईडी इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं. लेकिन हमारा शुरू दिन से ही यह कहना है kf ईडी की कार्रवाई गैरकानूनी है. इस मामले में शेड्यूल ऑफेंस और पीएमएलए ऑफेंस साबित नहीं होती, हमारा ऐसा कहना है."
13 जून तक न्यायारिक रिमांड बढ़ाई: ईडी के वकील ने सौरभ पांडेय ने बताया "चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और अरुण पति त्रिपाठी को पेश किया गया. हमारा इन्वेस्टिगेशन अपूर्ण है. आज हमने न्यायालय में चारो आरोपियों की 14 दिन की रिमांड मांगी थी. हमारा यह तर्क था कि यह लोग काफी रसूखदार लोग है और ऐसी आशंका है कि अगर इनके ज्यूडिशियल रिमांड एक्सटेंड नहीं की जाती और रिहा कर दिया जाता है. तो ऐसी परिस्थिति में यह विटनेस को इन्फ्लुएंस कर सकते है. एविडेंस से छेड़छाड़ कर सकते हैं. बहस पूरी होने के बाद न्यायालय ने 13 जून तक न्यायारिक रिमांड बढ़ा कर जेल भेज दिया है."
त्रिलोक सिंह ढिल्लन ने लगाई बेल याचिका: वकील सौरभ पांडेय ने बताया "त्रिलोक सिंह ढिल्लन की ओर से कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत किया गया था कि उनकी जुडिशल डिमांड नहीं बढ़ाई जाए. उसमें तर्क हुआ है, लेकिन कोर्ट की ओर से जुडिशल रिमांड अवधि बढ़ा दी गई है. आज अनवर ढेबर की ओर रेगुलर बेल के एप्लीकेशन सेक्शन 439 न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है, जिसकी सुनवाई 13 जून के होगी."
"डेटा एक्सट्रेट करने में तेजी लाई जाएगी": डेटा एक्सट्रेट के सम्बंध जब ईडी के वकील सौरभ पांडेय से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बताया "नए तथ्यों को मीडिया के समाने नहीं बताया जा सकता. जो अभियुक्त गिरफ्तार हैं, उनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई गई थी. सभी सुप्रीम कोर्ट से निराकृत हुई हैं. इन्होंने याचिकाओं को ही वापस ले लिया है. सुप्रीम कोर्ट में केस लंबित था. इसलिए डेटा की खोज उतनी नहीं की गई है. अब डेटा एक्सट्रेट करने में तेजी लाई जाएगी."
बहरहाल, कोर्ट ने सुनवाई के बाद चारों आरोपियों की रिमांड 13 जून तक बढ़ा दी है. अब आगे देखना होगा कि कोर्ट त्रिलोक सिंह ढिल्लन ने लगाई बेल याचिका पर 13 जून को सुनवाई के बाद क्या फैसला देती है.