रायगढ़: शारदीय नवरात्र में पूजा के बाद मां दुर्गा का विसर्जन किया गया. विसर्जन कार्यक्रम के दौरान तय डेसिबल से ज्यादा आवाज में डीजे बजाने वाले दो संचालकों पर प्रशासन ने कार्रवाई की और साउंड सिस्टम और डीजे को जब्त कर लिया. इसकी वजह से किन्नरों का डांस नहीं हो पाया और आयोजकों ने उनको पेमेंट नहीं दिया. इसकी वजह से गुस्साए किन्नरों ने अपने हक के लिए पुलिस से अपनी मजदूरी मांगी है
किन्नर समुदाय ने मांगी मजदूरी
पूरे मामले में किन्नर समुदाय का कहना है कि, 'विसर्जन में डांस करते हुए जाने के लिए 11 हजार रुपये मेहनताना देने का सौदा हुआ था लेकिन उन्हें उनका पैसा नहीं मिला'
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पुलिस को ज्ञापन देकर दी जानकारी
किन्नरों का भुगतान नहीं मिलने की वजह से सभी किन्नर एसपी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन देकर सारी जानकारी दी.मामले में पुलिस का कहना है कि, 'हमारे द्वारा डीजे संचालकों पर कोलाहल अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए सिर्फ डीजे को जब्त किया गया है, इसमें किसी व्यक्ति को नहीं रोका गया है.'