कांकेर: कोरोना को लेकर जिला प्रशासन की नाकामी की एक खबर को जिले के एक पत्रकार ने प्रकाशित की थी. यह बात कलेक्टर केएल चौहान को इतनी चुभ गई कि उन्होंने एक सोशल मीडिया ग्रुप में पत्रकार के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग कर डाला. जिससे जिले के पत्रकारों में भारी आक्रोश है. पत्रकारों ने बैठक आयोजित कर कलेक्टर को तत्काल प्रभाव से जिले से हटाने की मांग की है. पत्रकारों का आरोप है कि कलेक्टर ने पत्रकार के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की है.
पत्रकारों ने कलेक्टर के नहीं हटने तक जिला प्रशासन और सत्ता धारी कांग्रेस पार्टी की खबरों का बहिष्कार करने का एलान किया है. जिले के पत्रकार ने जिला मुख्यालय में कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन नहीं किए जाने को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए थे. जिसपर कलेक्टर केएल चौहान ने पत्रकार के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया और ग्रुप से लेफ्ट हो गए.
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कलेक्टर के शब्दों को पढ़ने के बाद पत्रकारों का गुस्सा फूट पड़ा और पत्रकारों ने तत्काल बैठक कर कलेक्टर केएल चौहान को जिले से हटाने की मांग रख दी. जब तक कलेक्टर को नहीं हटाया जाता तब तक जिला प्रशासन और कांग्रेस पार्टी की खबरों के बहिष्कार का निर्णय लिया गया है.
जिला मुख्यालय में पत्रकारों की रैली
कलेक्टर केएल चौहान के खिलाफ 7 सितंबर को जिला मुख्यालाय में जिले के पत्रकारों की ओर से विरोध रैली निकाली जाएगी. कलेक्टर केएल चौहान को तत्काल प्रभाव से कांकेर से हटाने को सीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा.