कवर्धा: किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. जनवरी से मार्च तक ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से किसानों की चने की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई थी. जिसके 4 महीने बीतने के बाद भी किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं दी गई है. किसान मुआवजे के लिए पिछले 4 महीने से भटक रहे हैं. जिससे किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं.
दरअसल, कवर्धा जिले के किसानों ने चने की खेती की थी और उस फसल का बकायदा किसानों ने बीमा भी करवाया था. इसी बीच जनवरी से मार्च तक हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की चने की फसल बूरी तरह बर्बाद हो गई. किसानों को उम्मीद थी कि उन्हें बीमा की राशि से थोड़ी मदद मिलेगी. जिससे वे फिर से खेती कर लेंगे, लेकिन किसानों की उम्मीद पर अब पानी फिरता नजर आ रहा है.
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हजारों किसान चार महीने से तहसील कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें उनके मुआवजे की राशि अब तक नहीं मिली है. किसानों के लगातार मुआवजा राशि की मांग को लेकर अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, आबंटन आते ही मुआवजा दे दिया जाएगा.
पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी राज्य सरकार से कहा था कि ओलावृष्टि की मार झेल रहे किसानों को मदद की जरूरत है, लेकिन राज्य सरकार इन मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है.