जशपुर: लुड़ेग स्थित राहत शिविर में राजनांदगांव जिले से आए मजदूरों को रखा गया था, जिसमें एक मजदूर कोरोना संदिग्ध पाया गया था, जिसकी रिपोर्ट अब निगेटिव आई है. इसी तारतम्य में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर और पुलिस अधीक्षक शंकर लाल बघेल ने पत्थलगांव विकास खंड लुड़ेग राहत शिविर का आकस्मिक निरीक्षण किया.
इस दौरान एहतियातन के तौर पर राहत शिविर को बफर जोन में रखा गया और शिविर में किसी भी व्यक्ति के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. शिविर के अंदर डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को को बस जाने की अनुमति दी गई है. कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए नियमों को कड़ाई से पालन कराने और पत्थलगांव के लुड़ेग राहत शिविर के बाहर बैरिकेड्स लगाने के लिए कहा है.
मजदूरों से दूरी बनाकर भोजन परोसने की दी गई है सलाह
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों ने डॉक्टरों की टीम को पूरी सुरक्षा कवच के साथ राहत शिविर में प्रवेश करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही राहत शिविर में सैनिटाइजर का उपयोग, मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिग का पालन और मास्क का नियमित उपयोग करने के भी निर्देश दिए हैं. वहीं राहत शिविर में भोजन बनाने वाली रसोईयों को मजदूरों से दूरी बनाकर भोजन परोसने की सलाह दी गई है.
कर्मचारी को अफवाहों से बचने के दिए निर्देश
राहत शिविर में ड्यूटी कर रहे अधिकारी कर्मचारी को बेरिकेड्स के बाहर रहने के लिए कहा गया है. साथ ही कलेक्टर ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिग का पालन करें, घरों से बाहर न निकलें और अफवाहों से बचने के साथ-साथ पालन करने के निर्देश भी दिए हैं.