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NMDC खदानों की लीज बढ़ाने पर बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा ने जताई आपत्ति

NMDC प्रबंधन ने खदानों की लीज बढ़ा दी है. जिसपर बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा ने आपत्ति जताई है. अपनी मांगों को लेकर मुक्ति मोर्चा मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है.

Bastar United Mukti Morcha objected to extension of NMDC lease in jagadalpur
लीज बढ़ाने पर आपत्ति
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Published : Jan 20, 2020, 4:51 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: दंतेवाड़ा के बैलाडीला में स्थित NMDC प्रंबधन की ओर से लौह अयस्क खदानों की लीज बढ़ाने का मुद्दा गरमा गया है. इन खदानों की लीज बढ़ाने की प्रक्रिया को लेकर बस्तर के संयुक्त मुक्ति मोर्चा ने आपत्ति जताई है. संघ के सदस्यों का कहना है कि ली़ज बढ़ाने के फैसले में बस्तर के जनप्रतिनिधियों की अनदेखी हुई है. NMDC प्रबंधन ने नियम के खिलाफ जाकर क्षेत्र में 5वीं अनूसूची लागू होने के बावजूद बिना ग्रामसभा से बात किए खदान की लीज बढ़ा दी है. संघ ने प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. निजीकरण के विरोध में मुक्ति मोर्चा अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रही है. वहीं मांगें पूरी नहीं होने पर संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

लीज बढ़ाने पर आपत्ति

बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा के संयोजक ने प्रेसावार्ता कर शासन पर आरोप लगाया है कि बैलाडीला में स्थित NMDC प्रबंधन ने मुख्यमंत्री से बंद कमरे में बैठक कर खदान की लीज बढ़ा दी है. जबकि प्रंबधन को बैलाडीला में लागू 5वीं अनूसूची के नियम के मुताबिक ग्रामसभा आयोजित करके लीज बढ़ाने की अनुमित लेनी चाहिए थी. इसके अलावा प्रबंधन ने बस्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी अनदेखी की है. यहां तक उन्हें विश्वास में लेना भी जरूरी नहीं समझा.

सलाहकार समिति का होना था गठन: संयोजक
संघ के संयोजक ने कहा कि बस्तर के विकास के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया हैं जिसमें स्थानीय विधायक को अध्यक्ष बनाया गया है. ऐसे में चाहिए था कि वह एक सलाहकार समिति बनाते जिसमे यहां के बुद्धिजीवियों को जगह दिया जाना था. ताकि बस्तर के विकास को लेकर सभी प्रारूप तैयार सकें.

पेसा कानून को लेकर भी सौपेंगे ज्ञापन
संघ के सदस्यों ने पेसा कानून, NMDC का कार्यालय बस्तर में स्थापित करने, NMDC की सालाना आय के हिसाब से रायल्टी राशि का प्रतिशत बढ़ाने, निजीकरण पर रोक लगाने समेत अन्य मामले को लेकर ज्ञापन तैयार किया है. जिसे वो सीएम को सौंपेंगे.

जगदलपुर: दंतेवाड़ा के बैलाडीला में स्थित NMDC प्रंबधन की ओर से लौह अयस्क खदानों की लीज बढ़ाने का मुद्दा गरमा गया है. इन खदानों की लीज बढ़ाने की प्रक्रिया को लेकर बस्तर के संयुक्त मुक्ति मोर्चा ने आपत्ति जताई है. संघ के सदस्यों का कहना है कि ली़ज बढ़ाने के फैसले में बस्तर के जनप्रतिनिधियों की अनदेखी हुई है. NMDC प्रबंधन ने नियम के खिलाफ जाकर क्षेत्र में 5वीं अनूसूची लागू होने के बावजूद बिना ग्रामसभा से बात किए खदान की लीज बढ़ा दी है. संघ ने प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. निजीकरण के विरोध में मुक्ति मोर्चा अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रही है. वहीं मांगें पूरी नहीं होने पर संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

लीज बढ़ाने पर आपत्ति

बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा के संयोजक ने प्रेसावार्ता कर शासन पर आरोप लगाया है कि बैलाडीला में स्थित NMDC प्रबंधन ने मुख्यमंत्री से बंद कमरे में बैठक कर खदान की लीज बढ़ा दी है. जबकि प्रंबधन को बैलाडीला में लागू 5वीं अनूसूची के नियम के मुताबिक ग्रामसभा आयोजित करके लीज बढ़ाने की अनुमित लेनी चाहिए थी. इसके अलावा प्रबंधन ने बस्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी अनदेखी की है. यहां तक उन्हें विश्वास में लेना भी जरूरी नहीं समझा.

सलाहकार समिति का होना था गठन: संयोजक
संघ के संयोजक ने कहा कि बस्तर के विकास के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया हैं जिसमें स्थानीय विधायक को अध्यक्ष बनाया गया है. ऐसे में चाहिए था कि वह एक सलाहकार समिति बनाते जिसमे यहां के बुद्धिजीवियों को जगह दिया जाना था. ताकि बस्तर के विकास को लेकर सभी प्रारूप तैयार सकें.

पेसा कानून को लेकर भी सौपेंगे ज्ञापन
संघ के सदस्यों ने पेसा कानून, NMDC का कार्यालय बस्तर में स्थापित करने, NMDC की सालाना आय के हिसाब से रायल्टी राशि का प्रतिशत बढ़ाने, निजीकरण पर रोक लगाने समेत अन्य मामले को लेकर ज्ञापन तैयार किया है. जिसे वो सीएम को सौंपेंगे.

Intro:
जगदलपुर। दंतेवाडा के बैलाडिला मे स्थित एनएमडीसी प्रंबधन द्वारा अपने खदानों की लीज बढाने की प्रक्रिया को लेकर बस्तर के संयुक्त मुक्ति मोर्चा ने आपत्ति जताई है। संघ के सदस्यों का कहना है कि लीज बढाने के फैसले मे बस्तर के जनप्रतिनीधियो की अनदेखी हुई है। और एनएमडीसी प्रबंधन ने नियम के खिलाफ जाकर क्षेत्र मे 5 वीं अनूसूची लागू होने के बावजुद बिना ग्रामसभा किये खदान की लीज बढा दी है। संघ ने प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए और निजीकरण के विरोध मे अपनी 11 सुत्रिंय मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रही है और मांगे पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

Body:बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा के संयोजक ने प्रेसावार्ता कर जानकारी दी कि बैलाडिला मे स्थित एनएमडीसी प्रबंधन ने मुख्यमंत्री से बंद कमरे मे बैठक कर खदान की लीज बढा दी है, जबकि नियमानुसार प्रंबधन को बैलाडिला मे लागू 5 वीं अनूसूची के नियम के मुताबिक ग्रामसभा कर लीज बढाने अनुमित लिया जाना था, इसके अलावा प्रबंधन ने बस्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी अनदेखी की है। यंहा तक उन्हे विश्वास मे लेना भी जरूरी नही समझा। Conclusion:संघ के संयोजक ने कहा कि बस्तर के विकास के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया है जिमसे स्थानीय विधायक को अध्यक्ष बनाया गया है और ऐसे मे चाहिए था कि वह एक सलाहकार समिति बनाये जिसमे यंहा के बुध्दिजीवियो को स्थान दिया जाये ताकि बस्तर के विकास को लेकर सभी प्रारूप तैयार हो। लेकिन ऐसा कुछ भी नही किया गया और लीज बढाने के फैसला कर दिया गया।
वही संघ के सदस्यो ने पेसा कानून, एनएमडीसी का कार्यालय बस्तर मे स्थापित करने, एनएमडीसी की सालाना आय के हिसाब से रायल्टी राशि का प्रतिशत बढाने, निजीकरण पर रोक लगाने समेत अन्य मामलो को लेकर ज्ञापन तैयार किया है जिसे वो सीएम को सौंपेंगे, मोर्चा के लोगो का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नही होती है तो आने वाले समय मे बडा आंदोलन किया जायेगा।

बाईट1- नवनीत चांद, संयोजक बस्तर संयुक्त मुक्ति मोर्चा
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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