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दुर्ग-भिलाई के प्रसिद्ध टॉकीज चंद्रा–मौर्या के बंद होने का ऐलान, घाटे में था कारोबार

1984 से संचालित भिलाई के फेमस टॉकीज चंद्रा-मौर्या के बंद होने का ऐलान प्रबंधन ने किया है. कारोबार में हो रहे घाटे को इसका कारण बताया जा रहा है.

Talkies Chandra-Maurya announces closure
टॉकीज चंद्रा–मौर्या के बंद होने का ऐलान
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Published : Jun 3, 2020, 5:16 AM IST

Updated : Jun 3, 2020, 12:07 PM IST

दुर्ग: कोरोना वायरस और लॉकडाउन का प्रभाव हर सेक्टर पर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. ऐसे में भिलाई के डबल थियेटर और हाई टेक्नोलॉजी के साथ शुरू हुआ चंद्रा–मौर्या टॉकीज अब बंद हो गया है. टॉकीज प्रबंधन ने इसे स्थायी रूप से बंद किए जाने का फैसला किया है. प्रबंधन ने फैसला लेते हुए टॉकीज परिसर पर नोटिस चिपकाया है. 1984 से लेकर 2005-06 तक इस टॉकीज ने लोगों को मल्टीप्लेक्स का दौर महसूस कराया है.

पढ़े: बीजापुर में 7 जून तक लागू रहेगा प्रतिबंध, कलेक्टर ने जारी किए आदेश

टॉकीज में दुर्ग-भिलाई के अलावा रायपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव से भी दर्शक फिल्म देखने आया करते थे. जब चंद्रा-मौर्या टॉकिज की शुरुआत हुई थी, तो यह शहर के बड़े थिएटरों में शुमार था. इस टॉकीज में साउंड टेक्नोलॉजी से लेकर सिटिंग अरेजमेंट तक लोगों को काफी पंसद आता था. टॉकीज से भिलाई–दुर्ग के साथ ही अन्य जिले के लोगों की भी कई यादें जुड़ी हैं. 80 और 90 के दशक में शनिवार और रविवार को कैम्पस के आसपास मेले जैसा माहौल रहता था.

घाटे में कारोबार
बता दें कि अप्रैल 1984 से टॉकीज को संचालित किया गया था. डबल थिएटर में सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर पर चंद्रा टॉकीज और इसके बाद मौर्या टॉकीज की शुरुआत की गई. प्रबंधन ने जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि टॉकीज का संचालन घाटे में था, फिर भी हम इसे चला रहे थे. फिलहाल हम इसका संचालन नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही थिएटर प्रबंधन ने इसे बंद करने का ऐलान किया है.

Talkies Chandra-Maurya announces closure
प्रबंधन की ओर से जवाब

दुर्ग: कोरोना वायरस और लॉकडाउन का प्रभाव हर सेक्टर पर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. ऐसे में भिलाई के डबल थियेटर और हाई टेक्नोलॉजी के साथ शुरू हुआ चंद्रा–मौर्या टॉकीज अब बंद हो गया है. टॉकीज प्रबंधन ने इसे स्थायी रूप से बंद किए जाने का फैसला किया है. प्रबंधन ने फैसला लेते हुए टॉकीज परिसर पर नोटिस चिपकाया है. 1984 से लेकर 2005-06 तक इस टॉकीज ने लोगों को मल्टीप्लेक्स का दौर महसूस कराया है.

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टॉकीज में दुर्ग-भिलाई के अलावा रायपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव से भी दर्शक फिल्म देखने आया करते थे. जब चंद्रा-मौर्या टॉकिज की शुरुआत हुई थी, तो यह शहर के बड़े थिएटरों में शुमार था. इस टॉकीज में साउंड टेक्नोलॉजी से लेकर सिटिंग अरेजमेंट तक लोगों को काफी पंसद आता था. टॉकीज से भिलाई–दुर्ग के साथ ही अन्य जिले के लोगों की भी कई यादें जुड़ी हैं. 80 और 90 के दशक में शनिवार और रविवार को कैम्पस के आसपास मेले जैसा माहौल रहता था.

घाटे में कारोबार
बता दें कि अप्रैल 1984 से टॉकीज को संचालित किया गया था. डबल थिएटर में सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर पर चंद्रा टॉकीज और इसके बाद मौर्या टॉकीज की शुरुआत की गई. प्रबंधन ने जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि टॉकीज का संचालन घाटे में था, फिर भी हम इसे चला रहे थे. फिलहाल हम इसका संचालन नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही थिएटर प्रबंधन ने इसे बंद करने का ऐलान किया है.

Talkies Chandra-Maurya announces closure
प्रबंधन की ओर से जवाब
Last Updated : Jun 3, 2020, 12:07 PM IST
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