धमतरी : इंसान और जानवर का रिश्ता बेहद ही खास होता है.दोनों एक दूसरे के दोस्त होते है ये कहना गलत नहीं होगा कि इंसानों के बीच जितनी गहरी दोस्ती हो सकती है उससे कहीं ज्यादा गहरी जानवर और इंसान के बीच हो सकती है.उसका कारण ये है कि जानवर बिना कुछा मांगे, बिना कोई सौदा किए इंसान से निस्वार्थ प्रेम करता है.कुछ ऐसा ही उदाहरण छत्तीसगढ़ के धमतरी में देखने को मिला,जब एक मुर्गे का जन्मदिन केक काटकर मनाया(rooster birthday in mujgahan village) गया.
आज भी कई ऐसे परिवार है जो पालतू जानवरों को अपने परिवार के सदस्य के रूप में मानते है.एक ऐसा ही नजारा धमतरी में देखने को मिला.मुजगहन गांव (mujgahan village of dhamtari ) के रहने वाले पानठेला व्यवसायी सेवक राम साहू ने एक वर्ष पहले मुर्गे को पाला था और जब उसने 1 साल की उम्र पूरा किया तो सेवक राम ने उनका ऐसा जन्मदिन मनाया जैसे मुर्गा उनके परिवार का सदस्य हो.इस पान ठेला व्यवसायी ने एक साल होने पर अपने मुर्गे का जन्मदिन बहुत धूमधाम से केक काटकर मनाया.
सेवक राम साहू बताते है कि मुर्गा और उनके परिवार के बीच एक परिवार जैसा रिश्ता बन गया है और वे परिवार के सदस्य की तरह उसका भी बाकायदा ख्याल रखा जाता है.सेवक राम ने इस मुर्ग़े को बहुत लाड प्यार से पालपोस कर बड़ा किया है और इसे बहुत प्यार से इस मुर्गे को सेवार्थ का नाम भी दिया है.सेवक राम कहते है कि वे जितना बच्चों से प्यार करते है उतना ही मुर्गा से करते है उन्होने दो मुर्गा पाला है जिसे लाड प्यार से रखते हैं.
सेवार्थ अपने मालिक सेवक राम का मदद भी करता है जब वह दुकान पर नही होता है तो वह बकायदा पान ठेले में रहकर दुकान की रखवाली करता है.इसके अलावा यह मुर्गा उनके एक इशारे पर ही दौड़ा चला आता है.साथ अन्य जानवरों से परिवार की रक्षा भी करता है.बहरहाल इस मुर्गे की वफादारी एवं मालिक के प्रति प्रगाढ़ स्नेह की चर्चा पूरे गांव में की जाती है.आज के जमाने में जहां लोग मुर्गे को काटकर सेलिब्रेट करते है ऐसे समय में सेवक राम का यह पक्षी प्रेम मिसाल से कम नही.
rooster birthday in dhamtari : धमतरी के मुजगहन में मनाया गया मुर्गे का जन्मदिन - धमतरी के मुजगहन में मनाया गया मुर्गे का जन्मदिन
rooster birthday in dhamtari धमतरी में एक शख्स ने मुर्गे का जन्मदिन मनाया.इसके लिए बकायदा मुर्गे का केक काट गया. पेशे से दुकानदार इस शख्स ने एक साल पहले इस मुर्गे को पालना शुरु किया था.
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धमतरी : इंसान और जानवर का रिश्ता बेहद ही खास होता है.दोनों एक दूसरे के दोस्त होते है ये कहना गलत नहीं होगा कि इंसानों के बीच जितनी गहरी दोस्ती हो सकती है उससे कहीं ज्यादा गहरी जानवर और इंसान के बीच हो सकती है.उसका कारण ये है कि जानवर बिना कुछा मांगे, बिना कोई सौदा किए इंसान से निस्वार्थ प्रेम करता है.कुछ ऐसा ही उदाहरण छत्तीसगढ़ के धमतरी में देखने को मिला,जब एक मुर्गे का जन्मदिन केक काटकर मनाया(rooster birthday in mujgahan village) गया.
आज भी कई ऐसे परिवार है जो पालतू जानवरों को अपने परिवार के सदस्य के रूप में मानते है.एक ऐसा ही नजारा धमतरी में देखने को मिला.मुजगहन गांव (mujgahan village of dhamtari ) के रहने वाले पानठेला व्यवसायी सेवक राम साहू ने एक वर्ष पहले मुर्गे को पाला था और जब उसने 1 साल की उम्र पूरा किया तो सेवक राम ने उनका ऐसा जन्मदिन मनाया जैसे मुर्गा उनके परिवार का सदस्य हो.इस पान ठेला व्यवसायी ने एक साल होने पर अपने मुर्गे का जन्मदिन बहुत धूमधाम से केक काटकर मनाया.
सेवक राम साहू बताते है कि मुर्गा और उनके परिवार के बीच एक परिवार जैसा रिश्ता बन गया है और वे परिवार के सदस्य की तरह उसका भी बाकायदा ख्याल रखा जाता है.सेवक राम ने इस मुर्ग़े को बहुत लाड प्यार से पालपोस कर बड़ा किया है और इसे बहुत प्यार से इस मुर्गे को सेवार्थ का नाम भी दिया है.सेवक राम कहते है कि वे जितना बच्चों से प्यार करते है उतना ही मुर्गा से करते है उन्होने दो मुर्गा पाला है जिसे लाड प्यार से रखते हैं.
सेवार्थ अपने मालिक सेवक राम का मदद भी करता है जब वह दुकान पर नही होता है तो वह बकायदा पान ठेले में रहकर दुकान की रखवाली करता है.इसके अलावा यह मुर्गा उनके एक इशारे पर ही दौड़ा चला आता है.साथ अन्य जानवरों से परिवार की रक्षा भी करता है.बहरहाल इस मुर्गे की वफादारी एवं मालिक के प्रति प्रगाढ़ स्नेह की चर्चा पूरे गांव में की जाती है.आज के जमाने में जहां लोग मुर्गे को काटकर सेलिब्रेट करते है ऐसे समय में सेवक राम का यह पक्षी प्रेम मिसाल से कम नही.