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बिलासपुर: अवैध धान का परिवहन रोकने के लिए टीम का गठन

राज्य में कोचियों और बिचौलियों के अवैध धान के भंडारण और अवैध परिवहन रोकने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं.

अवैध धान के परिवहन रोकने टीम गठित
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Published : Nov 20, 2019, 9:35 AM IST

Updated : Nov 20, 2019, 11:39 AM IST

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों से आने वाले अवैध धान का परिवहन रोकने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं. इसमें प्रशासन की ओर से कोचियों और बिचौलियों के अवैध धान के भंडारण, परिवहन और बिक्री पर धरपकड़ के साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी.

राज्य में कोचियों और बिचौलियों को पकड़ने बनाई गई टीम

इसके लिए छत्तीसगढ़ की सीमा पर प्रशासन ने बैरियर लगा कर मध्यप्रदेश के धान परिवहन पर खास नजर रखी है. दरअसल प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी एक दिसंबर से शुरू होगी, जिसके लिए प्रशासन अभी से मुस्तैद है. पेंड्रा, गौरेला, मरवाही खरीदी केंद्रों में प्रशासन के मुस्तैद होने के बाद भी क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र प्रभारी और बिचौलियों की मिलीभगत से आंधप्रदेश का धान खपाया जा रहा है.

मध्यप्रदेश का धान छत्तीसगढ़ में न खपाया जाए इसके लिए प्रशासन बैरियर लगाकर निगरानी कर रहा है. इसके साथ ही पेंड्रारोड के एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ने सीमावर्ती गांव खैरझिटी, पंखुडी, गुम्माटोला, धरहर, मालाडांड, चंगेरी, बरौर, कबीरचबूतरा, बहरीझोरकी, जलेश्वर, लरकेनी, सिवनी और लालपुर में बैरियर बनाए हैं साथ ही इस बार वन विभाग ने भी वन क्षेत्रों में नाकेबंदी की है.

पढ़ें- 10 साल की मासूम से दुष्कर्म मामले में आरोपी को 20 साल की सजा

हालांकि बीते साल की बात करें तो मरवाही क्षेत्रों के संवेदनशील धान खरीदी केंद्रों में प्रशासन के नजर बनाए रखने के बाद भी बिचौलिए धान खपाते आ रहें हैं. जिस पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं अब देखने वाली बात है इस बार प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था कितनी सफल हो पाती है.

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों से आने वाले अवैध धान का परिवहन रोकने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं. इसमें प्रशासन की ओर से कोचियों और बिचौलियों के अवैध धान के भंडारण, परिवहन और बिक्री पर धरपकड़ के साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी.

राज्य में कोचियों और बिचौलियों को पकड़ने बनाई गई टीम

इसके लिए छत्तीसगढ़ की सीमा पर प्रशासन ने बैरियर लगा कर मध्यप्रदेश के धान परिवहन पर खास नजर रखी है. दरअसल प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी एक दिसंबर से शुरू होगी, जिसके लिए प्रशासन अभी से मुस्तैद है. पेंड्रा, गौरेला, मरवाही खरीदी केंद्रों में प्रशासन के मुस्तैद होने के बाद भी क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र प्रभारी और बिचौलियों की मिलीभगत से आंधप्रदेश का धान खपाया जा रहा है.

मध्यप्रदेश का धान छत्तीसगढ़ में न खपाया जाए इसके लिए प्रशासन बैरियर लगाकर निगरानी कर रहा है. इसके साथ ही पेंड्रारोड के एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ने सीमावर्ती गांव खैरझिटी, पंखुडी, गुम्माटोला, धरहर, मालाडांड, चंगेरी, बरौर, कबीरचबूतरा, बहरीझोरकी, जलेश्वर, लरकेनी, सिवनी और लालपुर में बैरियर बनाए हैं साथ ही इस बार वन विभाग ने भी वन क्षेत्रों में नाकेबंदी की है.

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हालांकि बीते साल की बात करें तो मरवाही क्षेत्रों के संवेदनशील धान खरीदी केंद्रों में प्रशासन के नजर बनाए रखने के बाद भी बिचौलिए धान खपाते आ रहें हैं. जिस पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं अब देखने वाली बात है इस बार प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था कितनी सफल हो पाती है.

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बिलासपुर छत्तीसगढ के सीमावर्ती राज्यों से आने वाले क्षेत्रों में अवैध धान की परिवहन रोकने के लिए प्रशासन ने कमर कर ली है साथ ही कोचियों व बिचौलियों द्वारा अवैध धान के भंडारण, परिवहन व बिक्री पर धरपकड़ के साथ की कार्यवाही के लिए अलग अलग टीमें भी गठित कर दी है।
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छत्तीसगढ के सीमा पर प्रशासन ने बैरियर लगा मध्यप्रदेश की धान परिवहन पर खास नजर रखी है। दरअसल प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी एक दिसंबर से शुरू हो होगी जिसके लिए प्रशासन अभी से मुस्तैद है वहीं पेंड्रा गौरेला मरवाही खरीदी केन्द्रो में मध्यप्रदेश की धान प््राशासन के मुस्तैद होने के बाद भी क्षेत्रों में धानखरीदी केंद्र प्रभारी और बिचौलिये के मिलीभगत से खपतें आ रहें है और इस वर्ष भी प्रशासन मध्यप्रदेश की धान छत्तीसगढ में न खपे मद्धेनजर बैरियर के साथ निगरानी कर रही है और पेंड्रारोड के एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ने सीमावर्ती ग्राम खैरझिटी, पंखुडी, गुम्माटोला, धरहर, मालाडांड, चंगेरी, बरौर, कबीरचबूतरा, बहरीझोरकी, जलेश्वर, लरकेनी, सिवनी और लालपुर में बैरियर बनाया है साथ ही इस बार वन विभाग के द्वारा भी वनक्षेत्रों में नाकेबंदी की गई है हालांकि बीते वर्षो की बात करें तो मरवाही क्षेत्रो के संवेदनशील धान खरीदी केंद्रो में प्रशासन के द्वारा नजर बनायें रखने के बावजूद बिचौलिये धान खपातें आ रहें हैं जिस पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हुई है



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वहीं अब देखने वाली बात है इस बार प्रशासन की चौक चौबंद व्यवस्था कितनी सफल हो पाती है ।

बाईट 1- मयंक चतुर्वेदी..एसडीएम पेंड्रारोड

Last Updated : Nov 20, 2019, 11:39 AM IST
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