गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: पेंड्रा थाना में टीकाकरण के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने गए अधिकारियों और कर्मचारियो के दल पर हमले का मामला सामने आया है. जिसपर पुलिस ने हमले का षडयंत्र रचने के मामले में ग्राम पंचायत सरपंच पति सहित 6 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है.
ग्रामीणों को दे रहे थे समझाइश
लमना गांव में इन दिनों प्रशासन की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन के पालन के साथ वैक्सीनेशन करवाने के लिए जागरूक कर रही है. इसी कड़ी में अतिरिक्त तहसीलदार शशि कुमार चौधरी अपनी टीम के साथ कोरोना टीकाकरण के कार्यक्रम में गठित टीम के नोडल अधिकारी लोकेश देवांगन के साथ लमना गांव गए हुए थे. जहां पर टीम के सभी सदस्यों के साथ टीम पेरीटिकरा पहुंचे.
जगदलपुर में ग्रामीणों ने किया वैक्सीनेशन कैंप का बहिष्कार
डंडा लेकर जा रहे थे कुछ लोग
यहां पर रामलाल नाम का शख्स घर के पास काफी संख्या में लोगों के साथ खड़ा दिखा. अधिकारियों के पूछने पर उसने सामाजिक मिलाप कार्यक्रम की बात कही. जिस पर अतिरिक्त तहसीलदार ने कार्यक्रम की अनुमति के लिए समक्ष अधिकारी का आदेश दिखाने को कहा. उन्होंने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है और ग्रामीणों को समझाइश देते हुए मामले की जानकारी अनुविभागीय अधिकारी पेंड्रारोड और पेंड्रा थाना प्रभारी को दी. लोगों से मिलकर जब अधिकारी वापस आने लगे तभी तहसीलदार ने देखा कि कुछ लोग डंडा लेकर गांव के बाहर रूधान के पास जा रहे थे.
ग्रामीणों ने टीम को रोका
अतिरिक्त तहसीलदार जंगल के रास्ते वहां से निकल आए. जब उन्होंने टीम के बारे में पूछा तो पता चला कि ग्रामीणों ने उन्हें रोक लिया है. ग्रामीण उन्हें धमका रहे हैं और कोरोना टीका नहीं लगवाने को कह रहे हैं. साथ ही गांव में कोरोना टीकाकरण का विरोध कर रहे है. फिलहाल मामले में तहसीलदार ने 6 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.