बेमेतरा: संगीत कला साहित्य के क्षेत्र में राज्य अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित कवि मीर अली सोमवार को गोपाष्ठमी कार्यक्रम में शिरकत करने बेमेतरा पहुंचे. जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ स्व रचित कविता "कमरा अव खुमरी अरी तुतारी" गीत गाकर समां बांधा जिसे सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए.
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'अरपा पैरी के धार' गीत में होता है छत्तीसगढ़ दर्शन
कवि मीर अली ने कहा इस शास्त्रीय विधि को सरकार ने समझा है. प्रदेश सरकार से 19 साल बाद पुरस्कार मिलने से खुश हूं. आभार व्यक्त करता हूं. मीर अली ने 'अरपा पैरी के धार" गीत को राजकीय बनाने पर खुशी जाहिर की उन्होंने कहा कि इस गीत को राजकीय पहले ही बन जाना चाहिए था. इस गीत में नया पन और ऊर्जा है इस गीत में पूरे छतीसगढ़ के दर्शन हो जाते हैं. इस गीत की 30-40 वर्ष बाद भी धार कभी कम नहीं हुई है. यह गीत छतीसगढ़ का चित्र प्रस्तुत करती है.