बालोद : बालोद जिले में एक बार फिर चंदा हाथियों के दल ने दस्तक दी है. इससे वन विभाग से लेकर ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई (Terror of Chanda elephants in Balod) है. दरअसल जब भी हाथी आते हैं. क्षेत्र में उत्पात मचा कर जाते हैं. दो लोगों की मृत्यु भी हाथी के कुचलने से हो चुकी है. एक बार पुनः चंदा हाथियों का दल भालू जिले में प्रवेश कर चुका है.
2 दर्जन हाथी सक्रिय : बालोद जिला वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बालोद जिले में इस बार लगभग 24 हाथियों के दल ने प्रवेश किया (team of Chanda elephants in Balod) है. जिसके बाद से वन विभाग द्वारा सर्चिंग तेज कर दी गई है. ग्रामीणों को भी सचेत किया जा रहा है.
ग्रामीण इलाकों में मुनादी :वन विभाग के रेंजर ने बताया कि ''हाथी के आने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी करा दी गई है. अकेले खेतों की ओर ना जाने कहा गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके. साथ ही हाथों की सुरक्षा के साथ-साथ आम जनता की सुरक्षा की बात भी कही जा रही है.''
गुरूर रेंज में सक्रिय है दल :हाथियों के दल ने इस बार बालोद जिले के गुरुर रेंज में दस्तक दी है.वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आरएफ 30 ग्राम बढभूम के आसपास हाथी विचरण कर रहे हैं. गुरूर क्षेत्र से लगे हुए जंगलों में हार्दिक सक्रियता से वन विभाग की चिंता बढ़ (Forest department alert from Chanda elephants in Balod) गई.
कृषि कार्य हुए शुरू बड़ी चिंता :बारिश का मौसम लग चुका है और किसी कार्यों की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में किसानों को अपने खेतों की ओर रुख करना पड़ता है परंतु ग्रामीणों की चिंता बढ़ी हुई है कि आखिर खेतों में सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि वहां पर हाथी विचरण कर रहे ( elephants raised concerns of balod farmers) हैं.
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2 लोगों की हो चुकी है मौत : हाथियों के सक्रिय दल ने पिछले बार तो लोगों की कुचलकर हत्या कर दी थी और भारी-भरकम फसलों और घरों को भी नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद से लोगों में हाथियों को लेकर काफी भय व्याप्त है.