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डॉक्टरों का दावा, 'कोरोना काल' में हार्ट के मरीजों की संख्या हुई कम

रायपुर के डॉक्टरों ने लॉकडाउन के दौरान हृदय से संबंधित रोगों में कमी आने का दावा किया है. उनका कहना है कि घरों में रहने और समय-समय पर खाना खाने की वजह से रोग में कमी आई है. इसके साथ ही शराब और अन्य नशीले पदार्थों से दूरी की वजह से भी हृदय रोगों में कमी देखी जा रही है.

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लॉकडाउन में दिल स्वस्थ
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Published : Apr 18, 2020, 3:24 PM IST

Updated : Apr 18, 2020, 4:44 PM IST

रायपुर: पूरा देश और प्रदेश इन दिनों कोरोना से लड़ रहा है. ऐसे में कई ऐसे इलाज हैं जो अब या तो बहुत कम हो रहे हैं या सिर्फ नाममात्र के. इन्हीं इलाजों के क्रम में हार्ट सर्जरी, हार्ट ट्रांसप्लांट और हार्ट बायपास को भी शामिल किया है. हृदय रोग के क्षेत्र में काम कर रहे डॉक्टरों का दावा है कि इन दिनों इसके मरीज कम हुए हैं.

'कोरोना काल' में हार्ट के मरीजों की संख्या हुई कम

एम्स के अधीक्षक डॉ. करण पिपरे का कहना है कि 'जब से कोरोना के लिए अलर्ट जारी हुआ है तब से हमने यहां पर हार्ट सर्जरी से संबंधित किसी मरीज को दाखिल नहीं किया है. वैसे माह में कम से कम 20 से 25 सर्जरी हमारे विभाग में होती थी. चूंकि कोरोना का इलाज हमारे अस्पताल में ही हो रहा है इसलिए हमने यहां बड़ी सर्जरी बंद कर दी है'.

'हृदय से संबंधित रोगों में आई कमी'

वहीं हृदय रोग विशेषज्ञ और प्रोफेसर स्मिथ श्रीवास्तव ने बताया कि 'इन दिनों हृदय से संबंधित रोगों में कमी आई है. जहां बड़ी संख्या में मरीज हृदय रोग से परेशान हो मेडिकल कॉलेज और मेकाहारा में आते थे वहीं अब इनकी संख्या में कमी आई है'.

'घर का खाना खाने और नशीले पदार्थ से दूर रहने से हृदय रोग में कमी'

डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि 'हृदय रोग में कमी आने की बड़ी वजह है कि लोग इन दिनों घरों में ही है, घर में बना खाना खा रहे हैं, बाहर का जंक या ऑइली फूड लोग नहीं खा पा रहे हैं. एक बड़ी वजह ये भी है कि लोग घरों में रहकर समय पर खाना ले रहे हैं. साथ ही इन दिनों शराब, तंबाकू, गुड़ाखु और सिगरेट भी लोगों को नहीं मिल रहा है इसलिए भी इसमें कमी आई है'.

रायपुर: पूरा देश और प्रदेश इन दिनों कोरोना से लड़ रहा है. ऐसे में कई ऐसे इलाज हैं जो अब या तो बहुत कम हो रहे हैं या सिर्फ नाममात्र के. इन्हीं इलाजों के क्रम में हार्ट सर्जरी, हार्ट ट्रांसप्लांट और हार्ट बायपास को भी शामिल किया है. हृदय रोग के क्षेत्र में काम कर रहे डॉक्टरों का दावा है कि इन दिनों इसके मरीज कम हुए हैं.

'कोरोना काल' में हार्ट के मरीजों की संख्या हुई कम

एम्स के अधीक्षक डॉ. करण पिपरे का कहना है कि 'जब से कोरोना के लिए अलर्ट जारी हुआ है तब से हमने यहां पर हार्ट सर्जरी से संबंधित किसी मरीज को दाखिल नहीं किया है. वैसे माह में कम से कम 20 से 25 सर्जरी हमारे विभाग में होती थी. चूंकि कोरोना का इलाज हमारे अस्पताल में ही हो रहा है इसलिए हमने यहां बड़ी सर्जरी बंद कर दी है'.

'हृदय से संबंधित रोगों में आई कमी'

वहीं हृदय रोग विशेषज्ञ और प्रोफेसर स्मिथ श्रीवास्तव ने बताया कि 'इन दिनों हृदय से संबंधित रोगों में कमी आई है. जहां बड़ी संख्या में मरीज हृदय रोग से परेशान हो मेडिकल कॉलेज और मेकाहारा में आते थे वहीं अब इनकी संख्या में कमी आई है'.

'घर का खाना खाने और नशीले पदार्थ से दूर रहने से हृदय रोग में कमी'

डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि 'हृदय रोग में कमी आने की बड़ी वजह है कि लोग इन दिनों घरों में ही है, घर में बना खाना खा रहे हैं, बाहर का जंक या ऑइली फूड लोग नहीं खा पा रहे हैं. एक बड़ी वजह ये भी है कि लोग घरों में रहकर समय पर खाना ले रहे हैं. साथ ही इन दिनों शराब, तंबाकू, गुड़ाखु और सिगरेट भी लोगों को नहीं मिल रहा है इसलिए भी इसमें कमी आई है'.

Last Updated : Apr 18, 2020, 4:44 PM IST
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