कोलकाता: टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की. ममता ने कहा कि जो तृणमूल कांग्रेस नेता विपक्ष के संपर्क में हैं पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं. हालांकि तृणमूल सुप्रीमो ने कोई नाम नहीं लिया. पार्टी के सूत्रों ने कहा कि उनका इशारा असंतुष्ट नेता शुभेंदु अधिकारी की तरफ था, जिन्होंने हाल ही में अपने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है.
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'पार्टी की बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि यदि कोई नेता पार्टी का नेतृत्व करता है, तो वह एक लाख और ऐसे नेता बना सकती हैं.' उन्होंने शुभेंदु अधिकारी के पिता और पूर्वी मिदनापुर जिले के तृणमूल प्रमुख और कांथी सांसद सिसिर अधिकारी से भी बात की और उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाने और पार्टी की जिला इकाई से पार्टी विरोधी रुख वाले नेताओं को बर्खास्त करने को कहा.
ममता बनर्जी ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया और तृणमूल कांग्रेस के किसान विंग को मध्य कोलकाता में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन करने के लिए कहा.
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शुभेंदु अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका : टीएमसी
टीएमसी ने गुरुवार को कहा कि असंतुष्ट नेता शुभेंदु अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है और पार्टी अब उन्हें वापस लाने के लिये कोई प्रयास नहीं करेगी. पार्टी सूत्रों के अनुसार टीएमसी आलाकमान ने अधिकारी को पार्टी में रहने के लिये मनाने तथा उनकी शिकायतें सुनने के लिये आगे कोई पहल नहीं करने का फैसला किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी कुछ कहना चाहते हैं तो वह उनकी बात सुनने के लिये तैयार हैं.
टीएमसी और अधिकारी के बीच सुलह कराने का काम कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद सौगत राय ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि टीएमसी एक बहुत बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके पास ममता बनर्जी जैसा जन नेता है 'अगर एक या दो लोग पार्टी छोड़ देते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, 'हमारी पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी ने कल हमें उनके (अधिकारी) साथ आगे कोई बातचीत नहीं करने और (राज्य के चुनाव) अभियान पर ध्यान केन्द्रित करने का निर्देश दिया. पार्टी के लिये शुभेंदु अधिकारी का अध्याय बंद हो चुका है. अगर वह कुछ कहना चाहते हैं तो कह सकते हैं. अब सबकुछ उनपर निर्भर करता है.'
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पूर्वी मिदनापुर जिले में की थी रैली
पिछले सप्ताह ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले अधिकारी ने गुरुवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक उप-मंडल में पार्टी के बैनरों और झंडों के बिना एक रैली का आयोजन किया, जिसमें उनके समर्थक राष्ट्रध्वज थामे नजर आए.