रायपुर: रायपुर के मौदहापारा में डिजिटल करेंसी के नाम पर ठगी का केस सामने आया है. दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें एक आरोपी की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है. इस मामले में तीसरा आरोपी फरार है. जिसकी तलाश पुलिस कर रही है. पुलिस के मुताबिक मौदहापारा थाना इलाके में कृष्णा कॉम्पलेक्स में ठगी हुई. प्राइमवेल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के संचालक के साथ धोखाधड़ी हुई. आरोपियों ने 25 लाख से अधिक रुपए की ठगी की थी.
डिजिटल करेंसी यूएसडीटी खरीदने के नाम पर ठगी: आरोपियों ने डिजिटल करेंसी यूएसडीटी खरीदने के नाम पर 28, 327 डिजिटल करेंसी यूएसडीटी अपने डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर करा लिए. जिसकी कुल कीमत लगभग 25 लाख 6 हजार 940 रुपए थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना मौदहापारा में धारा 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया. डिजिटल करेंसी की ठगी करने वाले आरोपी आदित्य व्यास रायपुर का रहने वाला है. जबकि दूसरा आरोपी आकाश झा हरियाणा का रहने वाला है. जिसकी गिरफ्तारी दिल्ली से की गई. इस मामले में तीसरा आरोपी शैलेश पटेल फरार है.
ऐसे केस का हुआ खुलासा : मौदहापारा थाना प्रभारी नितेश ठाकुर ने बताया कि "22 फरवरी 2023 को पीड़ित कोलोरु श्रीराम मूर्ति के परिचित आकाश झा ने अपने मोबाइल नंबर से पीड़ित को फोन किया. फोन से संपर्क करने के बाद 28327 डिजिटल करेंसी यूएसडीटी जिसका मूल्य लगभग 25 लाख 6 हजार 940 रुपया है. खरीदने की बात कही.आरोपी आदित्य व्यास डिजिटल करेंसी खरीदने के लिए पीड़ित के कृष्णा कॉम्पलेक्स स्थित ऑफिस में आया हुआ था. आरोपी आकाश झा ने पीड़ित और आदित्य व्यास को बताया कि, डिजिटल करेंसी शैलेश पटेल को खरीदना है. दोनों के बीच डिजिटल करेंसी खरीदने को लेकर चर्चा हुई."
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टीआई ने आगे बताया कि" चर्चा के बाद आरोपी आदित्य ने पीड़ित को विश्वास दिलाया कि उसकी आकाश और शैलेश पटेल से बात हो चुकी है. वह डिजिटल करेंसी ट्रांसफर होने के बाद उतनी राशि का भुगतान कर देगा. जिसके बाद पीड़ित ने अलग-अलग डेट में डिजिटल करेंसी आरोपी आकाश झा और शैलेश पटेल के डिजिटल वॉलेट में पैसे ट्रांसफर कर दिए." इसके बाद पैसे का भुगतान नहीं हुआ. USDT की बात करें तो यह एक डिजिटल मुद्रा है जो, अमेरिकी डॉलर से जुड़ी हुई है. इसका उपयोग क्रिप्टो निवेशकों की तरफ से किया जाता है.