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छत्तीसगढ़ कांग्रेस संकट: फिलहाल राज्य में नहीं होगा नेतृत्व परिवर्तन

कांग्रेस आलाकमान पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई में संकट को दूर करने के लिए प्रयासरत है. इसी कड़ी में सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को दिल्ली तलब किया गया. दोनों नेताओं ने एक दिन पहले राहुल गांधी से मुलाकात की थी.

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Published : Aug 25, 2021, 6:08 PM IST

Updated : Aug 25, 2021, 7:51 PM IST

Chhattisgarh Congress crisis
Chhattisgarh Congress crisis

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से उनके आवास पर मुलाकात की. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी संकट के मुद्दे पर दोनों नेताओं ने इससे पहले मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी.

बघेल और सिंहदेव ने कांग्रेस महासचिव के साथ बैठक के लिए अलग-अलग समय मांगा था. हालांकि, दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रहे संकट पर चुप्पी साधे रहना पसंद किया.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान

सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के साथ बैठक में नेतृत्व संकट को लेकर दोनों नेताओं के बीच अनबन को खत्म करने के लिए अस्थायी सुलह कराने की कोशिश की गई. कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा, जबकि सिंहदेव को कैबिनेट में बड़ी भूमिका मिल सकती है.

राहुल गांधी ने वेणुगोपाल को दोनों नेताओं के बीच सुलह कराने पर काम करने की जिम्मेदारी दी है. इसी कड़ी में बघेल और सिंहदेव ने आज वेणुगोपाल से मुलाकात कर उनके सामने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं.

सीएम भूपेश बघेल इस बैठक के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए, जबकि टीएस सिंहदेव दिल्ली में ही रुके हुए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा है कि अब उनकी कोई और निर्धारित बैठक नहीं है.

दिल्ली से रायपुर लौटे सीएम भूपेश बघेल ने साफ कर दिया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी सौंपी है. हम शानदार ढंग से काम कर रहे हैं. जब तक सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आदेश है तब तक वह सीएम बने रहेंगे. सीएम भूपेश बघेल ने तल्ख अंदाज में यह भी कहा कि ढाई-ढाई साल के सीएम का बार-बार राग अलाप कर राजनीतिक अस्थिरता लाने की कोशिश अब बंद कर देनी चाहिए.

सूत्रों ने बताया कि टीएस सिंहदेव ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके विभागों से जुड़े कार्यों के लिए भी उनसे सलाह नहीं ली जा रही है. सिंहदेव ने अपनी ही पार्टी के विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के बारे में भी राहुल गांधी को जानकारी दी. इसके चलते सीएम बघेल को पार्टी आलाकमान की ओर से टीएस सिंहदेव के कामों में दखल न देने और उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेने का भी स्पष्ट निर्देश दिया गया है.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद नेतृत्व परिवर्तन को लेकर बघेल और सिंहदेव के बीच मनमुटाव चल रहा है. टीएस सिंहदेव का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने उनसे वादा किया था कि कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने पर उन्हें सीएम बनाया जाएगा, लेकिन समय आने पर नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया गया.

यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ : कांग्रेस में हर नियुक्ति पर गांधी परिवार की ही मुहर क्यों ?

हालांकि, सिंहदेव ने मंगलवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई संकट नहीं है. दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम कर रहे हैं, यह हमारी जिम्मेदारी है. हम सभी कांग्रेस पार्टी में एक परिवार की तरह हैं, जिसका नेतृत्व सोनिया जी और राहुल जी करते हैं. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं. छत्तीसगढ़ में सोनिया जी और राहुल जी जो भी सलाह देंगे, हम उस पर काम करेंगे.

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से उनके आवास पर मुलाकात की. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी संकट के मुद्दे पर दोनों नेताओं ने इससे पहले मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी.

बघेल और सिंहदेव ने कांग्रेस महासचिव के साथ बैठक के लिए अलग-अलग समय मांगा था. हालांकि, दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रहे संकट पर चुप्पी साधे रहना पसंद किया.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान

सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के साथ बैठक में नेतृत्व संकट को लेकर दोनों नेताओं के बीच अनबन को खत्म करने के लिए अस्थायी सुलह कराने की कोशिश की गई. कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा, जबकि सिंहदेव को कैबिनेट में बड़ी भूमिका मिल सकती है.

राहुल गांधी ने वेणुगोपाल को दोनों नेताओं के बीच सुलह कराने पर काम करने की जिम्मेदारी दी है. इसी कड़ी में बघेल और सिंहदेव ने आज वेणुगोपाल से मुलाकात कर उनके सामने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं.

सीएम भूपेश बघेल इस बैठक के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए, जबकि टीएस सिंहदेव दिल्ली में ही रुके हुए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा है कि अब उनकी कोई और निर्धारित बैठक नहीं है.

दिल्ली से रायपुर लौटे सीएम भूपेश बघेल ने साफ कर दिया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी सौंपी है. हम शानदार ढंग से काम कर रहे हैं. जब तक सोनिया गांधी और राहुल गांधी का आदेश है तब तक वह सीएम बने रहेंगे. सीएम भूपेश बघेल ने तल्ख अंदाज में यह भी कहा कि ढाई-ढाई साल के सीएम का बार-बार राग अलाप कर राजनीतिक अस्थिरता लाने की कोशिश अब बंद कर देनी चाहिए.

सूत्रों ने बताया कि टीएस सिंहदेव ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके विभागों से जुड़े कार्यों के लिए भी उनसे सलाह नहीं ली जा रही है. सिंहदेव ने अपनी ही पार्टी के विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के बारे में भी राहुल गांधी को जानकारी दी. इसके चलते सीएम बघेल को पार्टी आलाकमान की ओर से टीएस सिंहदेव के कामों में दखल न देने और उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेने का भी स्पष्ट निर्देश दिया गया है.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के बाद नेतृत्व परिवर्तन को लेकर बघेल और सिंहदेव के बीच मनमुटाव चल रहा है. टीएस सिंहदेव का कहना है कि पार्टी आलाकमान ने उनसे वादा किया था कि कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने पर उन्हें सीएम बनाया जाएगा, लेकिन समय आने पर नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया गया.

यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ : कांग्रेस में हर नियुक्ति पर गांधी परिवार की ही मुहर क्यों ?

हालांकि, सिंहदेव ने मंगलवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई संकट नहीं है. दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम कर रहे हैं, यह हमारी जिम्मेदारी है. हम सभी कांग्रेस पार्टी में एक परिवार की तरह हैं, जिसका नेतृत्व सोनिया जी और राहुल जी करते हैं. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं. छत्तीसगढ़ में सोनिया जी और राहुल जी जो भी सलाह देंगे, हम उस पर काम करेंगे.

Last Updated : Aug 25, 2021, 7:51 PM IST
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