पश्चिमी चंपारण: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को जिले में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे. इस दौरान उनसे मिलने लापता युवक चंदेश्वर काजी की पत्नी गीता काजी पहुंची. वह 24 जून 2013 को बगहा के थरुहट क्षेत्र नौरंगिया दरदरी में हुए गोली कांड की पीड़िता भी है. उसे सुरक्षाकर्मियों ने मंच से पहले ही रोक दिया और सभा के अंत तक पुलिस अभिरक्षा में रखा गया.
छह वर्ष पूर्व से ही लापता है युवक
पीड़िता गीता काजी ने बताया कि 6 वर्ष पूर्व से ही नौरंगिया दरदरी निवासी चंदेश्वर काजी लापता हैं. पुलिस अब तक यह पुष्टि नहीं कर पाई है की उसकी मौत हो गई या वह जिंदा हैं. इसी मुद्दे को लेकर वह सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंची थी. वहीं, उसने बताया कि चंदेश्वर काजी एक छात्र के साथ-साथ डीजे संचालक भी था. वह पड़ोस के देवताहा गांव में अष्टयाम में डीजे बजाने गया था. उसके बाद से लापता है.
मुआवजे की मांग
पूर्व में इस मामले को लेकर पुलिस के टालमटोल वाले रवैये से आक्रोशित लोगों ने बवाल भी काटा था. साथ ही इस मामले को लेकर स्थानीय लोग और पुलिस में झड़प भी हुई थी. जिसमें छह लोग थारू पुलिस के गोली के शिकार हो गए थे. वहीं, पीड़िता का कहना है कि न्याय की आस में सूबे के मुखिया से मिलने आई थी. सरकार यह पुष्टि कर दे कि उसका पति मर गया या जिंदा है. यदि मेरा पति मर गया है तो मुझे अब तक कोई मुआवजा क्यों नहीं मिला, जबकि गोली कांड में मरे 6 लोगों को पुलिस ने मुआवजा दे दिया. मुझे जीने का सहारा चाहिए, सरकार मुझे सरकारी नौकरी दे.
सीएम ने जताया दुख
हालांकि नीतीश कुमार पीड़िता से नहीं मिले लेकिन इस घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी हुआ वो गलत हुआ था. उसका दुख मुझे भी है और आपलोगों को भी है. मैंने इस बाबत जांच भी करवाई और कार्रवाई भी की है.