पश्चिम चंपारण: बगहा नगर परिषद के वार्ड संख्या 35 स्थित एक घनी आबादी वाला गांव बरसात और बाढ़ के समय टापू में तब्दील हो जाता है. गांव को बगहा मुख्य शहर से जोड़ने के लिए सड़क और नाली तक का निर्माण नहीं किया गया है. गांव में केवल एक बदहाल पीसीसी सड़क है. जिसमें बारिश के समय हमेशा कीचड़ और जलजमाव रहता है. वहीं, स्थानीय लोगों के शिकायत के बावजूद अब तक सरकार से आश्वासन के अलावा सड़क निर्माण नहीं हो सका है.
वार्ड 35 को बगहा से जोड़ने के लिए नहीं है सड़क
गौरतलब है कि बगहा के पूअर हाउस इलाके के वार्ड संख्या 35 को बगहा मुख्यालय से जोड़ने के लिए अब तक सड़क नहीं बन पाई है. एक लिंक सड़क गंडक नदी किनारे है. जिसकी हालत बरसात के समय काफी दयनीय हो जाती है. वहीं, स्थानीय लोग सड़क के बजाय हरहा नदी किनारे खेत में बने रास्ते का उपयोग करते हैं. यह रास्ता भी बाढ़ कटाव की भेंट चढ़ चुका है.
'लबालब कीचड़ और काफी जलजमाव'
ग्रामीणों ने बताया कि गांव गंडक और हरहा नहर से चारों ओर से घिरा हुआ है. जो बरसात में टापू बन जाता है. हमलोगों के लिए एक पीसीसी सड़क बना हुआ है, लेकिन अब तक उसमें नाली का निर्माण नहीं हुआ है. जिस वजह से गांव के कई जगहों पर लबालब कीचड़ और काफी जलजमाव हो जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि नगर प्रतिनिधि और स्थानीय सांसद-विधायक से गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क मरम्मत और नाली निर्माण नहीं हो सका है.