बेतिया: पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया शहर में पुलिस ने जूनियर डॉक्टर की पिटाई कर दी. जिसके विरोध में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए हैं. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के साथ ओपीडी सेवा को भी ठप कर दिया गया है. इस वजह से बड़े पैमाने पर मरीज पलायन कर रहे हैं. सभी चिकित्सकों ने जूनियर डॉक्टर ओपीडी के बाहर प्रदर्शन किया. बेतिया पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए.
चिकित्सकों की मांग है कि आरोपी दरोगा को जल्द से जल्द निलंबित किया जाए. साथ हीं डॉक्टरों की सुरक्षा की भी मांग की जा रही है.
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि देर रात नौतन थाना क्षेत्र के शिवराजपुर के लालबाबू सिंह के पुत्र को सांप ने काट लिया था. उसे लेकर परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. इसी को लेकर चिकित्सकों और परिजन के बीच गाली-गलौज होने लगी. हंगामे की सूचना मिलते हीं नगर थाना की टीम मौके पर पहुंची और हंगामें को शांत कराने के दौरान एक चिकित्सक की पिटाई कर दी. इसके बाद यह विवाद चिकित्सकों और पुलिस के बीच शुरू हो गया.
कार्रवाई की मांग पर अड़े चिकित्सक
इस घटना की सूचना मिलते ही रात में एसडीपीओ और एसडीएम सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों को कार्रवाई का आश्वासन दिया. चिकित्सकों ने उनकी बात नहीं मानी और सुबह से हीं अस्पताल की सभी सेवाओं को ठप कर दिया. इस वजह से सुबह से ही अस्परताल में मरीजों की लंबी कतार लगी रही. गंभीर मरीजों का भी इलाज नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण मरीज और उनके परिजन दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
वहीं पुलिस की माने तो भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस बलपूर्वक लोगों को हटा रही थी. भीड़ में पहचान करना मुश्किल था कि कौन चिकित्सक है और कौन परिजन हैं. वहीं, जिस चिकित्सक पर पिटाई का आरोप लगा है, उसने अपना ड्रेस भी नहीं पहना था.