बेतिया (वाल्मीकिनगर): राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इंडो नेपाल सीमा पर शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए लगातार अधिकारियों की बैठकें चालू है. इसी क्रम में बुधवार को वाल्मीकिनगर बराज के एक नंबर फाटक के समीप भारतीय और नेपाली क्षेत्र के पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों की एक समन्वय बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता सशस्त्र सीमा बल 21वीं वाहिनी के मुख्यालय कमांडेंट राजेंद्र भारद्वाज ने किया.
दोनों देश के अधिकारियों के बीच हुए कोआर्डिनेशन समन्वय बैठक में भारत नेपाल की खुली सीमा का लाभ लेकर शराब कारोबारियों की घुसपैठ पर पूरी तरह विराम लगाने और कड़ा एक्शन लेने के विषय पर रणनीति तय की गई. बता दें कि भारत नेपाल की खुली सीमा का लाभ लेकर सीमावर्ती क्षेत्र के दर्जनों शराब कारोबारी इस धंधे में संलिप्त होकर अवैध शराब का कारोबार करते हैं. पुलिस और एसएसबी की लाख सतर्कता के बावजूद शराब कारोबारी लंबी खुली सीमा क्षेत्र का फायदा उठाने में सफल हो जा रहे हैं. इस लिए दोनो तरफ की पुलिस के संयुक्त प्रयास से इस पर रोक लगाने पर सहमति बनी है.
असामाजिक तत्वों पर लगेगा लगाम
इस समन्वय बैठक में दोनों देश के अधिकारियों द्वारा असामाजिक तत्वों को चिन्हित करने और उनके विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर रणनीति तय की गई. भारत नेपाल की खुली सीमा का लाभ लेकर असामाजिक कार्यों को अंजाम देने वालों पर लगाम लगाने पर योजना तैयार की गई. जो एक देश मे अपराध कर दूसरे देश में प्रवेश कर जाते है.
बॉर्डर खुलने पर संशय बरकरार
वहीं गंडक बराज पर हुई समन्वय बैठक में दोनों देश के अधिकारियों ने कई अन्य सीमा क्षेत्र से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की. गंडक बराज के रास्ते आवागमन खोले जाने के विषय पर कमांडेंट राजेंद्र भारद्वाज ने बताया कि यह दोनों देशों के बीच का मामला है. जिस पर उच्च स्तरीय निर्णय लिया जाएगा. बॉर्डर खुलने के संदर्भ में दोनों देश के पुलिस प्रशासन और ससस्त्र सीमा बल वरीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करेगा. बैठक में एएसपी अभियान धर्मेंद्र झा, एसडीपीओ कैलाश प्रसाद, नेपाल के नवल परासी जिले के एसपी महेश अधिकारी, सुस्ता इंस्पेक्टर राजेश बजाली, चितवन एपीएफ के एसपी दीपक थापा, 31 नंबर पूर्वी क्षेत्र गुलमा नवल परासी एपीएफ के डीएसपी वीरभद्र नाथ आदि शामिल रहे.