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बेतिया: कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नदी में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन को दामोदर के नाम से भी जाना जाता है. यह भगवान विष्णु का ही एक नाम है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.

श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
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Published : Nov 12, 2019, 11:57 AM IST

बेतिया: कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर क्षेत्र के पखनाहा सिंगही पिपराघाट गंडक नदी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही. इसको लेकर अहले सुबह से ही घाट पर पहुंच कर श्रद्धालुओं ने गंडक नदी में स्नान कर मंदिरो में पूजा अर्चना की. इस मौके पर प्रशासन की ओर से घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे. श्रद्धालुओं ने कड़े इंतजाम के बीच गंडक नदी में आस्था की डुबकी लगाई.

कार्तिक पूर्णिमा का है विशेष महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन को दामोदर के नाम से भी जाना जाता है. यह भगवान विष्णु का ही एक नाम है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था. जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर दिवाली मनाई थी. तब से आज के दिन हर साल देव दिपावली के रुप में मनाई जाती है.

ये भी पढ़े- बिहार: कार्तिक पूर्णिमा के दौरान डूबने से 14 की मौत

श्रद्धालुओं ने उठाया जागरण का लुत्फ
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पखनाहा के सिंगही पिपराघाट स्थित गंडक नारायणी नदी के तट पर बजरंग दल की ओर से सेवा शिविर भी लगाया गया. यहां रात को सामुहिक रूप से दिप प्रज्वलित करने के साथ ही हनुमान चालिसा का पाठ कर श्रद्धालुओं में भक्ति का संचार किया गया. रात भर चले इस जागरण में हजारों श्रद्धालुओं ने भक्ति रस में गोते लगाएं और सेवा शिविर का लाभ उठाया.

देखें पूरी रिपोर्ट

सुख-समृद्धि की होती है प्राप्ति
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर घाटों पर लाइट और दुकानों की व्यवस्था की गई है. कई जिलों से लोग घाटों पर स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नारायणी नदी में स्नान करने पर सुख-समृद्धि और विजय की प्राप्ति होती है.

बेतिया: कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर क्षेत्र के पखनाहा सिंगही पिपराघाट गंडक नदी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही. इसको लेकर अहले सुबह से ही घाट पर पहुंच कर श्रद्धालुओं ने गंडक नदी में स्नान कर मंदिरो में पूजा अर्चना की. इस मौके पर प्रशासन की ओर से घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे. श्रद्धालुओं ने कड़े इंतजाम के बीच गंडक नदी में आस्था की डुबकी लगाई.

कार्तिक पूर्णिमा का है विशेष महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन को दामोदर के नाम से भी जाना जाता है. यह भगवान विष्णु का ही एक नाम है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था. जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर दिवाली मनाई थी. तब से आज के दिन हर साल देव दिपावली के रुप में मनाई जाती है.

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श्रद्धालुओं ने उठाया जागरण का लुत्फ
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पखनाहा के सिंगही पिपराघाट स्थित गंडक नारायणी नदी के तट पर बजरंग दल की ओर से सेवा शिविर भी लगाया गया. यहां रात को सामुहिक रूप से दिप प्रज्वलित करने के साथ ही हनुमान चालिसा का पाठ कर श्रद्धालुओं में भक्ति का संचार किया गया. रात भर चले इस जागरण में हजारों श्रद्धालुओं ने भक्ति रस में गोते लगाएं और सेवा शिविर का लाभ उठाया.

देखें पूरी रिपोर्ट

सुख-समृद्धि की होती है प्राप्ति
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर घाटों पर लाइट और दुकानों की व्यवस्था की गई है. कई जिलों से लोग घाटों पर स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंडक नारायणी नदी में स्नान करने पर सुख-समृद्धि और विजय की प्राप्ति होती है.

Intro:बेतिया: बैरिया थाना क्षेत्र पखनाहा सिंगही पिपराघाट पर कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मौके पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, गंडक नदी के तट पर स्नान करने पहुंचे लाखों श्रद्धालु, सुरक्षा के कड़े इंतेजाम के बीच भक्त गंडक नदी में लगा रहे डुबकी।








Body:बेतिया: कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मौके पर बैरिया थाना क्षेत्र पखनाहा सिंगही पिपराघाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, बैरिया के पखनाहा स्थित गंडक नदी के तट पर स्नान करने लाखों श्रद्धालु पहुंचे हुए है, यह गंडक नदी बिहार- यूपी सीमा को भी जोड़ती है, वहीं नदी पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गये है, इस बीच नदी के घाट किनारे बांस के बल्ले लगये गये है ताकि श्रद्धालु आगे नहीं जा सके।

वहीं कार्तिक पूर्णिमा के इस अवसर पर पखनाहा के सिंगही पिपराघाट स्थित गंडक नारायणी नदी के तट पर विहिप बजरंग दल द्वारा सेवा शिविर भी लगाया गया है, रात को यहां सामुहिक रूप से दिप प्रज्वलित कर हनुमान चालीसा का पढ़ कर श्रद्धालुओं में भक्ति का संचार किया गया, रात भर चले इस जागरण में हजारों महिला पुरुषों ने भक्ति रस में गोते लगाएं तथा विहिप बजरंग दल के सेवा शिविर का लाभ उठाया।

Conclusion:हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है, इस दिन को दामोदर के नाम से भी जाना जाता है,ये भगवान विष्णु का ही एक नाम है, कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी पवित्र और शुभ माना जाता है, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है,कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था, जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर दिवाली मनाई थी, जो आज भी देव दिवाली के रूप में मनाई जाती है, साथ ही सिखों के लिए भी ये दिन खास होता है क्योंकि इस दिन गुरु नानक जयंती होती है।

बाइट- श्रद्धालु
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