सीतामढ़ी: कृषि विभाग की ओर से जिले के किसानों को धान की खेती के लिए बीज मुहैया कराई जा रही है. यह बीज एक अनुदानित दर पर मिल रहा है और अलग-अलग वेरायटी का है. वहीं, उससे संबंधित खाद भी किसानों को दी जा रही है.
ये है नियम
विभाग ने किसानों को बीज देने के लिए पहले आओ पहले पाओ का नियम बनाया है. सरकार की ओर से किसानों को श्री विधि, जीरो टिलेज, तनाव रोधी और प्रमाणित धान बीज वितरण के अलावा हाइब्रिड और मिनी किट बीज वितरण हो रहा है. इससे ज्यादा से ज्यादा किसान इसका फायदा उठा रहे हैं.
इतने किसानों का हुआ चयन
कृषि प्रखंड पदाधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने बताया कि यह योजना जिले के सभी प्रखंडों में चलाई जा रही है. लेकिन, इसके लिए विभाग ने नियम बनाया है. इस नियम के तहत एक प्रखंड में श्री विधि कीट के लिए 78 किसानों का चयन किया गया है. चयनित किसानों से 3661 रुपए लेकर अनुदानित बीज दिया जाएगा. ठीक 2 माह बाद डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में 3280 रुपए अनुदान की राशि वापस की जाएगी. उसी प्रकार जीरो टिलेज से धान डेमोंसट्रेशन के लिए किसानों से 3661 रुपए लेकर उनके भी खाते में डीबीटी के माध्यम से 3280 रुपया वापस किया जाएगा. इसके लिए प्रखंड से 8 किसानों का चयन किया गया है.
खाते में होंगे पैसे ट्रांसफर
कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इसके अलावा तनाव रोधी धान का बीज अनुदान के तहत 20 किसानों को दिया जायेगा. यह भी ठीक उसी प्रक्रिया के तहत चयनित किसानों से 3661 रुपया लेकर उनके खाते में 3280 रुपए लौटाए जाएंगे. विभाग की ओर से प्रमाणित धान बीज वितरण की योजना भी चलाई जा रही है. इस योजना के तहत कृषि विभाग 13 क्विंटल बीज वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जिन किसानों को यह बीज दी जाएगी. उन्हें 20 रुपये प्रति किलो की दर से अनुदान की राशि वापस की जाएगी.
इतने की दर से मिल रही बीज
पदाधिकारी ने कहा कि इसके अलावा हाइब्रिड बीज वितरण की योजना भी चलाई जा रही है. इस योजना के तहत भी बीज लेने वाले किसानों को 100 रुपया किलो अनुदान दिया जाएगा. इसके तहत एक किसान को अधिकतम 12 किलो तक बीज मिलेगा. विभाग का लक्ष्य है कि उन्हें 38 क्विंटल बीज वितरण करना है. बता दें कि यह बीज काफी महंगा है. इसका विभागीय मूल्य 350, 315 और 325 रुपए प्रति किलो की दर से निर्धारित किया गया है. कृषि विभाग की ओर से मिनी कीट बीज वितरण भी किया जा रहा है. इसमें 80% तक का अनुदान किसानों को दिया जा रहा है. इसके तहत प्रति मिनी कीट में 6 किलो बीज हर एक किसान दिया जाएगा. इस मिनी कीट योजना का लाभ प्रत्येक प्रखंड के 49 किसानों को मिलेगा.