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समस्तीपुर: डॉक्टर पर गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने का आरोप, DM ने की मामले की जांच

जांच के दौरान आरोप लगाने वाले उमेश सिंह के नहीं होने की वजह से जांच टीम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई. जिसकी वजह से अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन ने उमेश सिंह को 20 जनवरी को बुलाने की बात कर जांच को तत्काल रोक दिया.

doctor accused of giving wrong postmortem report
डॉक्टर पर गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने का आरोप
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Published : Jan 11, 2020, 12:06 PM IST

समस्तीपुर: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर पर गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने का आरोप लगा है. तरियानी थाना के सौली गांव निवासी उमेश सिंह ने डीएम को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उनकी पुत्री रजनी प्रिया की हत्या ससुराल वालों ने की है. आरोप है कि इस मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर आरोपी से मिलकर मौत को सामान्य बताते हुए विसरा प्रिजर्व किया है.

बता दें कि पिछले महीने एक नवविवाहिता का शव ससुराल से बरामद किया गया था. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने मौत को सामान्य बताते हुए विसरा प्रिजर्व कर दिया था.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बताया सही
डीएम शशांक शुभंकर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच का आदेश दिया है. डीएम के आदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी ने सदर अस्पताल पहुंचकर सिविल सर्जन सियाराम मित्र के कार्यालय में 4 सदस्यीय डॉक्टर के नेतृत्व में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर रामबाबू से पूछताछ की. इस दौरान पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने रिपोर्ट को सही बताया. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के कहने पर मन मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं लिखा गया है, जिसको लेकर गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया गया है.

देखें ये रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: बांकाः मंदार में जुटते हैं सफा धर्मावलंबी, देते हैं नशा मुक्ति और मांसाहार त्यागने का संदेश

20 जनवरी को होगी जांच
जांच के दौरान आरोप लगाने वाले उमेश सिंह के नहीं होने की वजह से जांच टीम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई. जिसकी वजह से अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन ने उमेश सिंह को 20 जनवरी को बुलाने की बात कर जांच को तत्काल रोक दिया. इस मामले पर सिविल सर्जन सियाराम मिश्र ने बताया कि आरोप लगाने वाले के जांच टीम के सामने उपस्थित नहीं होने के कारण जांच निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सका. अगली तिथि 20 जनवरी को निर्धारित की गई है. 20 जनवरी को फिर इस मामले को लेकर जांच टीम बैठेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.

समस्तीपुर: जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर पर गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाने का आरोप लगा है. तरियानी थाना के सौली गांव निवासी उमेश सिंह ने डीएम को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उनकी पुत्री रजनी प्रिया की हत्या ससुराल वालों ने की है. आरोप है कि इस मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर आरोपी से मिलकर मौत को सामान्य बताते हुए विसरा प्रिजर्व किया है.

बता दें कि पिछले महीने एक नवविवाहिता का शव ससुराल से बरामद किया गया था. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने मौत को सामान्य बताते हुए विसरा प्रिजर्व कर दिया था.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बताया सही
डीएम शशांक शुभंकर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच का आदेश दिया है. डीएम के आदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी ने सदर अस्पताल पहुंचकर सिविल सर्जन सियाराम मित्र के कार्यालय में 4 सदस्यीय डॉक्टर के नेतृत्व में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर रामबाबू से पूछताछ की. इस दौरान पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने रिपोर्ट को सही बताया. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के कहने पर मन मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं लिखा गया है, जिसको लेकर गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया गया है.

देखें ये रिपोर्ट

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20 जनवरी को होगी जांच
जांच के दौरान आरोप लगाने वाले उमेश सिंह के नहीं होने की वजह से जांच टीम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई. जिसकी वजह से अनुमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन ने उमेश सिंह को 20 जनवरी को बुलाने की बात कर जांच को तत्काल रोक दिया. इस मामले पर सिविल सर्जन सियाराम मिश्र ने बताया कि आरोप लगाने वाले के जांच टीम के सामने उपस्थित नहीं होने के कारण जांच निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सका. अगली तिथि 20 जनवरी को निर्धारित की गई है. 20 जनवरी को फिर इस मामले को लेकर जांच टीम बैठेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.

Intro:समस्तीपुर जिले के सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदले जाने का ताजा मामला सामने आया है ।बता दें कि पिछले महीने एक नवविवाहिता की शवससुराल से बरामद की गई थी। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने मौत को सामान बताते हुए भिसरा प्रिजर्व कर दिया था। वहीं इस मामले को लेकर सीतामढ़ी जिले के तरियानी थाना के सौली गांव निवासी उमेश उमेश सिंह ने डीएम को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उनकी पुत्री रजनी प्रिया की हत्या ससुराल वालों के द्वारा कर दी गयी। आरोप है कि इस मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर आरोपी से मिलकर मौत को समान बताते हुए भिसरा प्रिजर्व किया है।


Body:डीएम शशांक शुभंकर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच का आदेश दिया ।डीएम के आदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर अस्पताल पहुंचकर सिविल सर्जन सियाराम मित्र के कार्यालय में 4 सदस्यीय डॉक्टर के नेतृत्व में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर रामबाबू से पूछताछ किया। इस दौरान पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखी गई बातें को सही और सत्य बताया है ।वहीं उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा मन मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं लिखा गया है ।जिसको लेकर गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि वह फॉरेंसिक से पढ़ाई किए हैं। और पोस्टमार्टम करने की सभी जानकारी उनके पास है ।उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी लिखा है वह सही और सत्य लिखने का दावा किया है ।


Conclusion:वहीं जांच के दौरान आरोप लगाने वाले उमेश सिंह के नहीं होने की वजह से जांच टीम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई ।जिसका नतीजा है कि अनुमंडल पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन ने उमेश सिंह को 20 जनवरी को बुलाने की बात का कर जांच को तत्काल रोक दिया । इस मामले पर सिविल सर्जन सियाराम मिश्र ने बताया कि आरोप लगाने वाले के जांच टीम में उपस्थित नहीं होने के कारण जांच निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सका ।निबंधित डाक के जरिए उन्हें भेजा जा रहा है और अगली तिथि 20 जनवरी को निर्धारित की गई है ।अनुमंडल पदाधिकारी भी बताया कि 20 जनवरी को पुनः इस मामले को लेकर जांच टीम बैठेगी और उस दिन पूरे मामला साफ हो जाएगा ।वही देखना है कि इस मामले को लेकर जांच टीम क्या रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपते हैं।

बाईट: अशोक मंडल अनुमंडल पदाधिकारी
बाईट : सियाराम मिश्रा सिविल सर्जन
पीटीसी
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