ETV Bharat / state

पूर्णिया: नदी में उफान के बीच नाव पर सवार होकर ब्याह रचाने निकला दूल्हा

30 जून को आयोजित शादी की रश्मों को पूरा करने दूल्हे को कबैया गांव स्थित अपने घर से निजी नाव पर सवार होकर दुल्हन के घर बारात लेकर जाना पड़ा. बारातियों ने बताया कि कबैया में सड़क मार्ग की सुविधा नहीं होने से उन्हें इस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.

purnea
purnea
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 7:33 PM IST

पूर्णिया: भारी बारिश के कारण जिले की कई नदियां उफान पर हैं. बायसी की कई पंचायतों में महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियों का पानी प्रवेश कर गया है. इस वजह से कई पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इसका असर शादी समारोह जैसे मांगलिक कामों पर भी पड़ा है.

शादी के लिए दूल्हे ने बुक की नाव
मंगलवार को जिले बायसी प्रखंड स्थित मोबैया पंचायत से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई. यहां एक दूल्हे को अपनी दुल्हन के घर बारात ले जाने के लिए प्राइवेट नाव का सहारा लेना पड़ा. शादी के लिए दूल्हे को नाव बुक करनी पड़ी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

बायसी के मोबैया का है मामला
इस बाबत बारातियों में शामिल मो. मंजिल और मो. तहसील ने बताया कि गांव में चंद दिनों पहले महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियों का पानी प्रवेश कर गया. वहीं नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कबैया में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. इस कारण तय बैंड-बाजा और घोड़ी का इंतजाम कैंसिल करना पड़ा.

नाव पर सवार होकर ब्याह रचाने चले दूल्हे राजा
30 जून को आयोजित शादी की रश्मों को पूरा करने दूल्हे राजा कबैया स्थित अपने घर से प्राइवेट नाव पर सवार होकर दुल्हन के घर बारात लेकर चल पड़े. कबैया से दुल्हन के घर की दूरी महज एक किलोमीटर है. बारातियों ने बताया कि कबैया में सड़क मार्ग की सुविधा नहीं होने से कई सालों से ही उन्हें इस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है

इसे भी पढ़ें- 'कोरोना संकटकाल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को आगे बढ़ाना PM मोदी का ऐतिहासिक फैसला'

सड़क-फ्लाईओवर जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरुम गांव
बाढ़ग्रस्त इलाका होने के बावजूद आज तक हजारों की आबादी वाला कबैया गांव सड़क-फ्लाईओवर जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरुम है. मॉनसून की दस्तक के साथ ही नदियां उफान पर आ जाती हैं. नेपाल के तराई क्षेत्र और जिले में हो रही भारी बारिश से महानंदा जैसी नदियों का पानी भी जिले में प्रवेश कर जाता है. इसकी वजह से हर साल काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

पूर्णिया: भारी बारिश के कारण जिले की कई नदियां उफान पर हैं. बायसी की कई पंचायतों में महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियों का पानी प्रवेश कर गया है. इस वजह से कई पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इसका असर शादी समारोह जैसे मांगलिक कामों पर भी पड़ा है.

शादी के लिए दूल्हे ने बुक की नाव
मंगलवार को जिले बायसी प्रखंड स्थित मोबैया पंचायत से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई. यहां एक दूल्हे को अपनी दुल्हन के घर बारात ले जाने के लिए प्राइवेट नाव का सहारा लेना पड़ा. शादी के लिए दूल्हे को नाव बुक करनी पड़ी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

बायसी के मोबैया का है मामला
इस बाबत बारातियों में शामिल मो. मंजिल और मो. तहसील ने बताया कि गांव में चंद दिनों पहले महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियों का पानी प्रवेश कर गया. वहीं नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कबैया में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. इस कारण तय बैंड-बाजा और घोड़ी का इंतजाम कैंसिल करना पड़ा.

नाव पर सवार होकर ब्याह रचाने चले दूल्हे राजा
30 जून को आयोजित शादी की रश्मों को पूरा करने दूल्हे राजा कबैया स्थित अपने घर से प्राइवेट नाव पर सवार होकर दुल्हन के घर बारात लेकर चल पड़े. कबैया से दुल्हन के घर की दूरी महज एक किलोमीटर है. बारातियों ने बताया कि कबैया में सड़क मार्ग की सुविधा नहीं होने से कई सालों से ही उन्हें इस तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है

इसे भी पढ़ें- 'कोरोना संकटकाल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को आगे बढ़ाना PM मोदी का ऐतिहासिक फैसला'

सड़क-फ्लाईओवर जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरुम गांव
बाढ़ग्रस्त इलाका होने के बावजूद आज तक हजारों की आबादी वाला कबैया गांव सड़क-फ्लाईओवर जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरुम है. मॉनसून की दस्तक के साथ ही नदियां उफान पर आ जाती हैं. नेपाल के तराई क्षेत्र और जिले में हो रही भारी बारिश से महानंदा जैसी नदियों का पानी भी जिले में प्रवेश कर जाता है. इसकी वजह से हर साल काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.