पटना: प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. इस नए फेज में अभी तक कोरोना संक्रमण के 6 हजार से ज्यादा मामले प्रकाश मे आ चुके हैं. राजधानी पटना की बात करें तो यहां 2100 से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं. इस बीच कोरोना को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन्स का पालन करते हुए लोग दिखाई नहीं दे रहे हैं. पटना से सामने आ रही लोगों की लापरवाही की तस्वीरों ने चिंताओं को और ज्यादा बढ़ा दिया है.
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लोग दिख रहे है लापरवाह
ईटीवी भारत की टीम ने कोरोना को लेकर पटना के बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, उतरी श्रीकृष्णा पूरी, इंद्रपुरी, आशियाना जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों का जायजा लिया. कुछएक इलाकों को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में अभी भी लोग मास्क लगाने से परहेज कर रहे हैं. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी लोग एकदम लापरवाह दिखाई दिए. ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी पटना के आधे दर्जन से ज्यादा इलाकों का जायजा लिया. लेकिन ज्यादात्तर ईलाकों का हाल कोरोना को लेकर लापरवाही वाला ही मिला.
सरकार भी फिसड्डी साबित हुई
मालूम हो कि सरकार ने आश्वस्त किया है कि रोजाना एक लाख से ज्यादा टेस्टिंग कराएं जा रहे है साथ ही टीकाकरण का काम भी चलाया जा रहा है. इसके बाबजूद करोना को रोकने में सरकार अभी तक फिसड्डी साबित हुई है. बिहार में बेलगाम होते जा रहे करोना संक्रमण के मामलों को लेकर सरकार के सभी दावे पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रहे है.
क्या थमेगा बिहार में कोरोना संक्रमण?
एक ओर जहां सरकार के कोरोना संक्रमण रोकने के सारे दोवे फिसड्डी दिख रहे है तो वहीं राजधानी पटना का ये हाल हैं कि लोग कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन्स तक का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या बिहार में कोरोना के दूसरे फेज के इस जंग में बिहार जीत भी पाएगा. क्या बिहार में कोरोना संक्रमण को रोका जा सकेगा. ताजा तस्वीरों को देखकर तो साफ तौर पर इन सवालों के जवाब ना में ही नज़र आते है.