ETV Bharat / state

लालू से बड़ा दलित हितैषी देश में कोई नहीं, नीतीश हैं सबसे बड़े विरोधी : जेपी यादव

बिहार चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासत जोरों पर है. नेताओं के दलबदल का सिलसिला शुरू है, तो वहीं गठबंधन में टूट भी हो रही है. जातिगत वोट बैंक को लेकर सभी पार्टियां अपना अपना दावा ठोक रही हैं. ईटीवी भारत संवाददाता शशांक से इन्हीं सब मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी आरजेडी के वरिष्ठ नेता जेपी यादव ने. पढ़ें और देखें...

दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट
दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट
author img

By

Published : Aug 23, 2020, 6:53 PM IST

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि कोरोना वायरस और बाढ़ खत्म हो जाए. इसके बाद बिहार में विधानसभा चुनाव हो. चुनाव को फिलहाल टाला जाए, बाढ़ और कोरोना के चलते बिहार में भयंकर तबाही मच रही है. वोटर वोट देने जाएगा, तो कोरोना से संक्रमित हो जाएगा, मौत भी हो सकती है. अगर समय पर चुनाव होता है, तो उसके लिए भी हम लोग तैयार हैं.

चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है, सितंबर के दूसरे हफ्ते में तारीखों का ऐलान भी हो सकता है. ऐसे में जेपी यादव ने कहा कि जनता खुद नीतीश सरकार को हटाने का मन बना चुकी है. हम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए चुनाव टालने की बात कर रहे हैं.

दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट

'लालू के शिष्य हैं जदयू ज्वाइन करने वाले विधायक'
वहीं, आरजेडी के अब तक 7 विधायक पार्टी छोड़कर जदयू ज्वाइन कर चुके हैं. इनमें ज्यादातर यादव और मुस्लिम हैं. इस पर जेपी यादव ने कहा कि किसी के जाने से आरजेडी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. उनको राजनीति की ट्रेनिंग लालू यादव ने दी है. यह लोग लालू यादव के शिष्य रहे हैं. गौरतलब है कि बिहार में एमवाई (मुस्लिम-यादव) वोट बैंक काफी अहमियत रखता है. सात विधायकों को अपनी तरफ कर, जदयू इसमें सेंधमारी करने में कामयाब हुई है.

वहीं पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़ चुके हैं. इस पर जेपी यादव ने कहा कि महागठबंधन में उनको बहुत सम्मान दिया और वह महागठबंधन छोड़कर चले गए. लेकिन इससे हम लोगों को कोई नुकसान नहीं होने वाला.

दलित वोट बैंक पर चर्चा
बिहार में दलित वोट बैंक पर सभी दलों की नजर है. ऐसे में आरजेडी सीएम नीतीश को दलित विरोधी बता रही है. दूसरी तरफ जदयू कहती है कि नीतीश ने दलितों के लिए काफी काम किया है. इसपर जेपी यादव ने कहा कि नीतीश ने हमेशा दलितों के साथ अन्याय किया है, जीतन राम मांझी को अपमानित करके सीएम की कुर्सी से हटा दिया. नीतीश ने हमेशा दलितों की अनदेखी की है.

पढ़ें ये भी : दलित नेताओं को रास नहीं आए नीतीश! बोले- हक की आवाज उठाते ही कर दिया बाहर

जेपी यादव ने कहा, 'दलितों के सबसे बड़े हितैषी लालू यादव हैं, नीतीश कुमार सबसे बड़े दलित विरोधी हैं. लालू जी ने दलितों को संवैधानिक हक दिया, आवाज दी, सत्ता और व्यवस्था में हिस्सेदारी दी. दलितों को उनका हक दिया. आगे बढ़ाने का काम किया, शोषण, अत्याचार, प्रताड़ना से उन लोगों को मुक्ति दिलाई. हर बार की तरह इस बार भी चुनाव में दलित आरजेडी का ही साथ देंगे.'

पढ़ें ये भी : बिहार में उफान पर 'दलित पॉलिटिक्स', JDU में किसके हाथ होगी इसकी बागडोर!

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि कोरोना वायरस और बाढ़ खत्म हो जाए. इसके बाद बिहार में विधानसभा चुनाव हो. चुनाव को फिलहाल टाला जाए, बाढ़ और कोरोना के चलते बिहार में भयंकर तबाही मच रही है. वोटर वोट देने जाएगा, तो कोरोना से संक्रमित हो जाएगा, मौत भी हो सकती है. अगर समय पर चुनाव होता है, तो उसके लिए भी हम लोग तैयार हैं.

चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है, सितंबर के दूसरे हफ्ते में तारीखों का ऐलान भी हो सकता है. ऐसे में जेपी यादव ने कहा कि जनता खुद नीतीश सरकार को हटाने का मन बना चुकी है. हम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए चुनाव टालने की बात कर रहे हैं.

दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट

'लालू के शिष्य हैं जदयू ज्वाइन करने वाले विधायक'
वहीं, आरजेडी के अब तक 7 विधायक पार्टी छोड़कर जदयू ज्वाइन कर चुके हैं. इनमें ज्यादातर यादव और मुस्लिम हैं. इस पर जेपी यादव ने कहा कि किसी के जाने से आरजेडी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. उनको राजनीति की ट्रेनिंग लालू यादव ने दी है. यह लोग लालू यादव के शिष्य रहे हैं. गौरतलब है कि बिहार में एमवाई (मुस्लिम-यादव) वोट बैंक काफी अहमियत रखता है. सात विधायकों को अपनी तरफ कर, जदयू इसमें सेंधमारी करने में कामयाब हुई है.

वहीं पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़ चुके हैं. इस पर जेपी यादव ने कहा कि महागठबंधन में उनको बहुत सम्मान दिया और वह महागठबंधन छोड़कर चले गए. लेकिन इससे हम लोगों को कोई नुकसान नहीं होने वाला.

दलित वोट बैंक पर चर्चा
बिहार में दलित वोट बैंक पर सभी दलों की नजर है. ऐसे में आरजेडी सीएम नीतीश को दलित विरोधी बता रही है. दूसरी तरफ जदयू कहती है कि नीतीश ने दलितों के लिए काफी काम किया है. इसपर जेपी यादव ने कहा कि नीतीश ने हमेशा दलितों के साथ अन्याय किया है, जीतन राम मांझी को अपमानित करके सीएम की कुर्सी से हटा दिया. नीतीश ने हमेशा दलितों की अनदेखी की है.

पढ़ें ये भी : दलित नेताओं को रास नहीं आए नीतीश! बोले- हक की आवाज उठाते ही कर दिया बाहर

जेपी यादव ने कहा, 'दलितों के सबसे बड़े हितैषी लालू यादव हैं, नीतीश कुमार सबसे बड़े दलित विरोधी हैं. लालू जी ने दलितों को संवैधानिक हक दिया, आवाज दी, सत्ता और व्यवस्था में हिस्सेदारी दी. दलितों को उनका हक दिया. आगे बढ़ाने का काम किया, शोषण, अत्याचार, प्रताड़ना से उन लोगों को मुक्ति दिलाई. हर बार की तरह इस बार भी चुनाव में दलित आरजेडी का ही साथ देंगे.'

पढ़ें ये भी : बिहार में उफान पर 'दलित पॉलिटिक्स', JDU में किसके हाथ होगी इसकी बागडोर!

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.