पटना: राजधानी पटना के निजी अस्पताल के दो पार्टनर का अपहरण मंगलवार की देर रात हो गया था. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की और दोनों पार्टनर को सारण से बरामद कर लिया. इस मामले में पटना पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो (Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने पूरे मामले की खुलासा करते हुए बताया कि पार्टनर ने ही किया था पार्टनर का अपहरण.
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अस्पताल संचालक के अपरहण मामले का खुलासा: निजी अस्पताल संचालक के अपहरण मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही अपहरण के दैरान अपहृत से वसूले गए 4 लाख 45 हजार रुपय भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. वहीं अपहर्ता के परिजनों से गूगल पे के द्वारा वसूले गए 4 लाख 56 हजार रुपय की रिकवरी मामले को लेकर गिरफ्तार अपराधियों के बैंक खातों को सील कर उसे रिकवर करने की कवायद शुरू कर दी गई है.
14 की देर रात हुआ था अपहरण: दरसल पटना के पॉश इलाके में शुमार कंकड़बाग थाना क्षेत्र के 90 फीट इलाके में स्थित मेडिविजन अस्पताल से मंगलवार की देर रात अस्पताल के दो पार्टनर के अपहरण खबर आने के बाद सनसनी फैल गई थी. मामले की जानकारी मिलते ही पटना पुलिस एक्शन मोड में आ गई. पटना पुलिस की टीम ने सारण जिले के डेरनी थानांतर्गत पिरारी इलाके के एक गैराज से दोनों को रिहा करा लिया.
चार अपराधी गिरफ्तार: पुलिस ने अपहरण मामले में एक महिला समेत चार अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसमें पेशेवर अपराधियों में संदीप ओझा का नाम भी शामिल है. एसएसपी ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संदीप हाल के दिनों में ही जेल से छूटा था. संदीप का पूर्व के अपहृत लोगों से संपर्क था और विश्वाश में लेकर अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है.
फिरौती की रकम बरामद: एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि गिरफ्तार महिला रितु के पास से 4 लाख 45 हजार रुपये बरामद हुए हैं. साथ ही अपहर्ताओं के द्वारा अपहृत युवकों के परिजनों से वसूले गए फिरौती की रकम 4 लाख 56 हजार जिसे गूगल पे के जरिये वसूला गया था. उसे बरामद करने के लिए अपहर्ताओं के बैंक खातों को फ्रिज करने की कार्यवाई शुरू कर दी गई है.
"13 और 14 तारिख की रात पटना के कंकड़बाग इलाके के एक निजी हॉस्पीटल पर चार अपराध कर्मी आए थे. जो दोनों हॉस्पीटल संचालक का अपहरण कर ले गये. अगले दिन अस्पताल प्रशासन के द्वारा कंकड़बाग थाना में दिया था. जैसे ही थाना में सूचना मिली, पुलिस टीम बनाया गया और छपरा में पुलिस टीम से संपर्क किया गया. क्योंकि जितने भी अहरणकर्ता थे उनका लोकेशन सारण जिले के डेरनी थाना क्षेत्र आ रहा था. पुलिस ने सात घंटे के भीतर दोनों अस्पताल संचालक को सकुशल बरामद कर लिया गया. वहीं चार लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया. इसमें से दो पेशेवर अपराधी हैं. इस पूरे घटनाक्रम की साजिश छपरा जेल से रची गई."- मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसएसपी, पटना
प्रोफेशनल गैंग ने वारदात को दिया अंजाम: पटना एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि अपहरण में एक प्रोफेशनल गैंग का हाथ है. यह गैंग आने वाले दिनों में बेगूसराय में एक बड़े आभूषण कारोबारी के अलावा कोलकाता में मुत्थु फाइनेंस कंपनी में भी डाका डालने की योजना बना चुके थे. हालांकि इस प्रोफेशनल गैंग के लोग हॉस्पिटल संचालकों को पहले से जानते थे. पुलिस ने अपहरणकांड में एक महिला रितु कुमारी समेत संदीप ओझा, रणविजय कुमार और रॉकी कुमार नामक अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
एक कार जब्त: अस्पताल संचालक के अपहरण में स्विफ्ट डिजायर कार का उपयोग किया गया था. जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. फिरौती में दिए गए 4 लाख 46 हजार रुपए नगद को बरामद करने के अलावा एक्सिस बैंक में खाता में दिए गए 4 लाख 56 हजार रुपए को भी पुलिस ने फ्रिज करने की कार्यवाई शुरू कर दी गई है. संदीप ओझा को लेकर एसएसपी ने बताया कि यह कुख्यात अपराधी है. जिसके खिलाफ छपरा जिले में डेढ़ दर्जन संगीन मामले दर्ज है.
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