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IPS आदित्य कुमार और MU के पूर्व VC राजेंद्र प्रसाद पुलिस गिरफ्त से दूर, ADG बोले- 'कानूनी कार्रवाई जारी'

बिहार में कभी जहरीली शराब कांड को लेकर पुलिस के काम करने के तरीके पर सवाल उठ रहे हैं. तो कभी IPS आदित्य कुमार (IPS Aditya Kumar) और मगध विश्विद्यालय के पूर्व VC प्रो. राजेंद्र प्रसाद (Former VC Of MU Professor Rajendra Prasad) की अब तक गिरफ्तार नहीं किए जाने को लेकर साल 2022 में कई बार बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं. इन दोनो हाई प्रोफाइल केस में अब तक बिहार पुलिस के हाथ खाली है. पढ़ें पूरी खबर...

एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार
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Published : Dec 30, 2022, 8:32 PM IST

एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार

पटना: IPS आदित्य कुमार और मगध विश्विद्यालय के पूर्व VC प्रो राजेंद्र प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Police Headquarters Jitendra Singh Gangwar) का कहना है कि इन दोनों की गिरफ्तारी को लेकर बिहार से लेकर यूपी तक छापेमारी की गई. इंटर स्टेट पुलिस आपस में कॉर्डिनेशन बनाकर काम कर रही है. बहुत जल्द ये दोनों अभियुक्त गिरफ्त में होंगे. निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के खिलाफ एसवीयू (Special vigilance Unit) ने 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के मामले में धारा 13(1)(बी), 13(2), 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले के चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

ये भी पढ़ें- ऑपरेशन प्रहार के तहत अपराधियों की आई शामत, नवंबर में 10,154 अभियुक्त गिरफ्तार

'आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई ने कांड दर्ज कर लिया है. उस कांड में बाकी सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. आदित्य प्रकरण मामले में बाकी अभियुक्त गिरफ्तार हैं. बाकी के लिए आर्थिक अपराध इकाई की टीम काम कर रही है. और जो भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जानी है, वो की जा रही है. जल्दी ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी.' - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय

IPS आदित्य कुमार फरार : फरार चल रहे कुमार की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज हो चुकी है. पिछले महीने, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने आईपीएस आदित्य कुमार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया शुरू की थी. 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार जब गया के एसएसपी थे तब उन पर शराब मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था. आपको बता दें कि मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद और गया के तत्कालीन एसपी आदित्य कुमार की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.

मगध विश्विद्यालय के पूर्व VC प्रो राजेंद्र प्रसाद भी है फरार : मिली जानकारी के अनुसार, विशेष निगरानी इकाई की टीम उन्हें कभी भी दबोच सकती है. इन दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज है. मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद अपनी अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए थे. लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी याचिका को खारिज कर जल्द आत्मसमर्पण करने का आदेश दे दिया. वहीं, इस आदेश के बाद वो अभी सामने नहीं आए हैं. इससे एसयूवी कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार पुलिस अबतक के निलंबित आईपीएस आदित्य कुमार और प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद को क्यों नहीं गिरफ्तार कर पा रही है?.

एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार

पटना: IPS आदित्य कुमार और मगध विश्विद्यालय के पूर्व VC प्रो राजेंद्र प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Police Headquarters Jitendra Singh Gangwar) का कहना है कि इन दोनों की गिरफ्तारी को लेकर बिहार से लेकर यूपी तक छापेमारी की गई. इंटर स्टेट पुलिस आपस में कॉर्डिनेशन बनाकर काम कर रही है. बहुत जल्द ये दोनों अभियुक्त गिरफ्त में होंगे. निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के खिलाफ एसवीयू (Special vigilance Unit) ने 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के मामले में धारा 13(1)(बी), 13(2), 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले के चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

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'आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई ने कांड दर्ज कर लिया है. उस कांड में बाकी सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. आदित्य प्रकरण मामले में बाकी अभियुक्त गिरफ्तार हैं. बाकी के लिए आर्थिक अपराध इकाई की टीम काम कर रही है. और जो भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जानी है, वो की जा रही है. जल्दी ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी.' - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय

IPS आदित्य कुमार फरार : फरार चल रहे कुमार की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज हो चुकी है. पिछले महीने, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने आईपीएस आदित्य कुमार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया शुरू की थी. 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार जब गया के एसएसपी थे तब उन पर शराब मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था. आपको बता दें कि मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद और गया के तत्कालीन एसपी आदित्य कुमार की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.

मगध विश्विद्यालय के पूर्व VC प्रो राजेंद्र प्रसाद भी है फरार : मिली जानकारी के अनुसार, विशेष निगरानी इकाई की टीम उन्हें कभी भी दबोच सकती है. इन दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज है. मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद अपनी अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए थे. लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी याचिका को खारिज कर जल्द आत्मसमर्पण करने का आदेश दे दिया. वहीं, इस आदेश के बाद वो अभी सामने नहीं आए हैं. इससे एसयूवी कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार पुलिस अबतक के निलंबित आईपीएस आदित्य कुमार और प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद को क्यों नहीं गिरफ्तार कर पा रही है?.

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