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पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि का बड़ा आरोप, कहा- बिहार को 'कुर्मिस्तान' बना रहे हैं नीतीश कुमार

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि 29 सितंबर तक अगर कोईरी समाज को बराबर का हक नहीं मिला तो बिहार और झारखंड के कोईरी समाज के युवा, किसान, महिला और व्यापारी अपनी रणनीति पर विचार कर सकते हैं.

नागमणि
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Published : Sep 6, 2019, 3:04 PM IST

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार कुशवाहा और कोईरी समाज का वोट लेकर उन्हें ही उपेक्षित कर रहे हैं. कुशवाहा समाज की बदौलत ही दस सालों से नीतीश राजनीति करते आ रहे हैं. लेकिन, उन्होंने इस समाज को नजरंदाज किया है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि

'कोईरी समाज को किया अनदेखा'
नागमणि ने कहा कि वह पहले कोईरी हैं, उसके बाद जेडीयू नेता हैं. जिस तरह से नीतीश कुमार कोईरी समाज को पूरी तरह से अनदेखा कर रहे हैं, उसको वह बर्दाश्त नहीं कर सकते. नागमणि ने कहा कि आज से 25 साल पहले पटना के गांधी मैदान के कुशवाहा सम्मेलन में 12 विधायक कोईरी समाज के थे. सम्मेलन के एक साल बाद 1995 में विधायकों की संख्या बढ़कर 30 हो गई. इसके बादजूद कोईरी समाज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

  • शक्ति सिंह गोहिल का इस्तीफा हुआ नामंजूर, बने रहेंगे बिहार कांग्रेस के प्रभारी https://t.co/ZkHwL97yPV

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'कुर्मिस्तान बना रहे हैं सीएम'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम साहब दूसरे राज्यों से कुर्मी समाज के लोगों को लाकर अच्छे जगहों पर पोस्ट कर दिए हैं. एक तरह से नीतीश कुमार कुर्मिस्तान बना रहे हैं. लव और कुश को एक साथ लेकर चलने वाले नीतीश कुमार कुर्मी को कब से प्राथमिकता देने लगे. उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 6 आईपीएस अधिकारी कोईरी समाज से हैं. जिसमें 2 को छोड़कर बाकी को नीतीश कुमार ने नजरंदाज कर दिया. दूसरी ओर कुर्मी समाज के लोगों को आईएस और आईपीएस को महत्वपूर्ण पदों पर बिठा दिए हैं.

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नागमणि को सीएम का अल्टीमेटम
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि 29 सितंबर तक अगर कोईरी समाज को बराबर का हक नहीं मिला तो बिहार और झारखंड के कोईरी समाज के युवा, किसान, महिला और व्यापारी अपनी रणनीति पर विचार कर सकते हैं. जिसके बाद 26 फरवरी को गांधी मैदान में होने वाले कुशवाहा सम्मेलन में सीएम के खिलाफ हल्ला बोल सकते हैं. सीएम के पास विचार करने के लिए एक महीने का समय है.

  • सदानंद सिंह बोले- प्रदेश में बंदी के बावजूद भी खुलेआम मिल रहा शराब और गुटखा https://t.co/mfNO0D5PnG

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लालू शासन में नहीं था फर्क- नागमणि
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में लालू यादव का भी शासन रहा है. उन्होंने भी कोईरी समाज पर ध्यान दिया था. लेकिन, नीतीश कुमार कोईरी समाज से बनकर ही उन्हें ही भूल गए हैं. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत प्रशंसा की थी. कुछ ही दिन पहले उन्होंने दोबारा जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की था. लेकिन, अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ही हल्ला बोल दिया है.

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार कुशवाहा और कोईरी समाज का वोट लेकर उन्हें ही उपेक्षित कर रहे हैं. कुशवाहा समाज की बदौलत ही दस सालों से नीतीश राजनीति करते आ रहे हैं. लेकिन, उन्होंने इस समाज को नजरंदाज किया है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि

'कोईरी समाज को किया अनदेखा'
नागमणि ने कहा कि वह पहले कोईरी हैं, उसके बाद जेडीयू नेता हैं. जिस तरह से नीतीश कुमार कोईरी समाज को पूरी तरह से अनदेखा कर रहे हैं, उसको वह बर्दाश्त नहीं कर सकते. नागमणि ने कहा कि आज से 25 साल पहले पटना के गांधी मैदान के कुशवाहा सम्मेलन में 12 विधायक कोईरी समाज के थे. सम्मेलन के एक साल बाद 1995 में विधायकों की संख्या बढ़कर 30 हो गई. इसके बादजूद कोईरी समाज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

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'कुर्मिस्तान बना रहे हैं सीएम'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम साहब दूसरे राज्यों से कुर्मी समाज के लोगों को लाकर अच्छे जगहों पर पोस्ट कर दिए हैं. एक तरह से नीतीश कुमार कुर्मिस्तान बना रहे हैं. लव और कुश को एक साथ लेकर चलने वाले नीतीश कुमार कुर्मी को कब से प्राथमिकता देने लगे. उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 6 आईपीएस अधिकारी कोईरी समाज से हैं. जिसमें 2 को छोड़कर बाकी को नीतीश कुमार ने नजरंदाज कर दिया. दूसरी ओर कुर्मी समाज के लोगों को आईएस और आईपीएस को महत्वपूर्ण पदों पर बिठा दिए हैं.

  • CM नीतीश को नहीं मिल रहा बिहार का नया विकास आयुक्त, दौड़ में शामिल हैं ये 7 अफसर https://t.co/u1QVroESeR

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नागमणि को सीएम का अल्टीमेटम
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि 29 सितंबर तक अगर कोईरी समाज को बराबर का हक नहीं मिला तो बिहार और झारखंड के कोईरी समाज के युवा, किसान, महिला और व्यापारी अपनी रणनीति पर विचार कर सकते हैं. जिसके बाद 26 फरवरी को गांधी मैदान में होने वाले कुशवाहा सम्मेलन में सीएम के खिलाफ हल्ला बोल सकते हैं. सीएम के पास विचार करने के लिए एक महीने का समय है.

  • सदानंद सिंह बोले- प्रदेश में बंदी के बावजूद भी खुलेआम मिल रहा शराब और गुटखा https://t.co/mfNO0D5PnG

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लालू शासन में नहीं था फर्क- नागमणि
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में लालू यादव का भी शासन रहा है. उन्होंने भी कोईरी समाज पर ध्यान दिया था. लेकिन, नीतीश कुमार कोईरी समाज से बनकर ही उन्हें ही भूल गए हैं. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत प्रशंसा की थी. कुछ ही दिन पहले उन्होंने दोबारा जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की था. लेकिन, अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ही हल्ला बोल दिया है.

Intro:पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा कहां कुशवाहा समाज का वोट लेकर उन्हें ही अपेक्षित कर रहे हैं नीतीश कुमार---


Body:पटना-- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे बड़े प्रशंसको में शामिल और कुशवाहा के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है नागमणि ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुशवाहा समाज का वोट लेकर उनके ही दम पर बिहार में कई वर्षों से राजनीति करते आ रहे हैं लेकिन उन्होंने कुशवाहा समाज को हमेशा से ही उपेक्षित रखा है। नागमणि ने कहा नीतीश कुमार की सरकार का आधार वोट ही कोईरी भी समाज है और कोईरी समाज को बुरी तरह से वह नजरअंदाज कर रहे हैं अब इस उपेक्षा को कोई भी समाज बर्दाश्त नहीं कर सकता आज से 25 साल पहले हमने कुशवाहा सम्मेलन पटना के गांधी मैदान में पहली बार किया था उस समय मात्र 12 विधायक कोईरी समाज के थे ।सम्मेलन के एक साल बाद ही 1995 के चुनाव में कोईरी समाज के विधायकों की संख्या बढ़कर 30 हो गई एक मंत्री की जगह पर 7 शिक्षा मंत्री बनाए गए यहां तक पब्लिक सर्विस में भी कुशवाहा समाज के कई लोग सदस्य बनाए गए यहां तक 20 सूत्री कार्यक्रम में जिला प्रखंड में कोईरी समाज से प्रतिनिधित्व दिया गया था लेकिन लव और कुश नीतीश कुमार की सरकार ने कोईरी समाज को उपेक्षित करते हुए उन्होंने कुशवाहा शून्य पर आउट हो गए यह है। पूर्व मंत्री ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 6 आईपीएस अधिकारी कोरी समाज से है 2 को छोड़कर सब को नीतीश कुमार ने सैंडिंग में डाले हुए हैं दूसरी ओर पूरे देश के कुर्मी समाज के आईएएस आईपीएस को बिहार में Deputation कर सभी महत्वपूर्ण पदों पर बैठा दिया गया है मानव बिहार में कुर्मीस्तान हो गया हो। पूर्व मंत्री नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि 29 सितंबर तक का समय देता हूं कोई भी को हक हिस्सा दे दे नहीं तो 30 दिसंबर को पूरे बिहार झारखंड के कोईरी समाज के युवा किसान महिला व्यापारी जुटेंगे।और अपनी रणनीति पर विचार विर्मश करके आगामी 26 फरवरी को गांधी मैदान में होने वाली कोई भी महारैली के माध्यम से कुशवाहा समाज की उपेक्षा को लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। नागमणि ने कहा हमारे समाज के लोगों के वोट से राजनीति कर रहे हैं नीतीश कुमार और हमारे ही समाज के लोगों की उपेक्षा कर रहे हैं जो यह बर्दाश्त नहीं होगा इसलिए उन्हें 1 महीने का समय देते हैं हमारे समाज के लोगों का सत्ता में शासन में सही से सहभागिता दे नहीं तो यह समाज आप के खिलाफ हल्ला बोलेगा। नागमणि ने कहा कि हमारे समाज के लोगों ने ही ही नीतीश कुमार को बिहार के गद्दी पर बैठाया है हमने ही ही पहली बार उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर चुनने का काम किया है और हम ही को वह हमेशा से ही उपेक्षित करते आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि यदि हमारी समाज को नीतीश कुमार सही से शासन और सत्ता में सहभागिता नहीं देते हैं तो हम जदयू से त्यागपत्र दे देंगे और अपने समाज के लोगों को एक जगह विटोर कर उन्हें नीतीश कुमार के द्वारा कोइरी समाज के उपेक्षा किए जाने का पोल खोलेंगे

इसके साथ ही नागमणि ने कहा कि देश में यार आज में दो ही लेता है जो अपने समाज की हित के बारे में सोचते हो एक हैं लालू प्रसाद यादव और दूसरा नागमणि लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में कोईरी समाज को उन्होंने सही मैं सहभागिता दिया था। नीतीश कुमार सिर्फ घोट के लिए कोईरी समाज से जुटते हैं और बाद में इस समाज को भूल जाते हैं।




Conclusion: हम आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि लोकसभा चुनाव के समय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत बड़ी प्रशंसा कर रहे थे और अभी कुछ ही दिन पहले उन्होंने दोबारा में जदयू का सदस्यता ग्रहण किया था लेकिन अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खिलाफ मोर्चा खोल दिया है अब देखना है नागमणि का अगला रुक किस पार्टी की ओर होता है

पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि में ईटीवी भारत के संवाददाता अरविंद राठौर से की खास बातचीत।
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