पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) के 201वें सत्र का गुरुवार को समापन हो गया. इस सत्र में कुल पांच बैठकें आयोजित हुई. इस सत्र के लिए 430 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई, जिनमें से 394 प्रश्नों को स्वीकृत किया गया. कुल 77 प्रश्न उत्तरित हुए. यह जानकारी सत्र के समापन भाषण में सभापति अमरेंद्र नारायण सिंह ने दी.
ये भी पढ़ें-विधान परिषद की कार्यवाही में कांग्रेस ने लिया भाग, जानिए मदन मोहन झा ने क्या कहा
विधान परिषद के 201वें सत्र का समापन: बिहार विधान परिषद के सभापति अमरेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि वर्तमान सत्र के लंबित प्रश्नों को आगामी सत्र में सदन की मेज पर रखने के लिए सरकार से अनुशंसा की जाती है. उन्होंने बताया कि इस सत्र के लिए ध्यानाकर्षण की कुल 70 सूचनाएं प्राप्त हुई. इनमें 34 सूचनाएं सदन के कार्यक्रम पर लाये जाने के लिए स्वीकृत हुईं. 9 सूचनाएं उत्तरित हुई और चार सूचनाएं व्यपगत हुई. सभापति ने यह भी जानकारी दी कि शून्यकाल की कुल 42 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिनमें 37 सूचनाओं के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया और एक सूचना अस्वीकृत की गई. चार सूचनाएं व्यपगत हुईं. इस सत्र में निवेदन की कुल 60 सूचनाएं प्राप्त हुईं. 11 सूचनाएं अनागत हुई. दो सूचनाएं अस्वीकृत हुईं. सभी स्वीकृत निवेदनों को सदन की सहमति से निवेदन समिति को सुपुर्द किया गया.
सभापति ने सात सदस्यों को दी शुभकामनाएं: सभापति ने बताया कि इस सत्र में नेशनल ई-विधान (नेवा) के माध्यम से सदस्यों द्वारा 108 तारांकित प्रश्न, नौ अल्पसूचित प्रश्न और 12 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव ऑनलाइन प्राप्त हुए. नेवा द्वारा कुल 336 तारांकित, 75 अल्पसूचित प्रश्नों और 76 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव संधारित हुए. विभाग के द्वारा नेवा के माध्यम से 212 तारांकित प्रश्न, 50 अल्पसूचित प्रश्न और 15 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर प्राप्त हुए. वर्तमान सत्र में बिहार छोआ (नियंत्रण) (संशोधन) विधेयक 2022 और बिहार विनियोग (संख्या-3) विधेयक 2022 पारित किए गए. सभापति ने विधान परिषद के उन सात सदस्यों को शुभकामनाएं भी दी, जिनका कार्यकाल अगले 21 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है.
ये भी पढ़ें-विधान परिषद में भी 'अग्निपथ' का विरोध, बोलीं राबड़ी- 'देश को आग में झोंकना चाहती है BJP सरकार'