पटना: महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने दो फरवरी को आरएलएसपी के आक्रोश मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की घोर निंदा की. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार तानाशाही रवैया अपना रहे हैं. उन्हें लोकतंत्र का ख्याल रखना चाहिए.
छगन भुजबल मार्च के दौरान लाठीचार्ज में घायल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मिलने मंगलवार को पटना पहुंचे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कुशवाहा समाज को टारगेट कर रही है. उपेंद्र कुशवाहा चिर परिचित चेहरा हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं.
पुलिस को उनके ऊपर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था. इस तरह की घटना निंदनीय है. वहीं, सोमवार को सीएम नीतीश ने आरएलएसपी के आक्रोश मार्च को पब्लिसिटी स्टंट बताया. इसपर उन्होंने कहा कि जिस तरह से उपेंद्र कुशवाहा पर लाठीचार्ज किया गया. अगर कार्यकर्ता उन्हें नहीं बचाते तो शायद नीतीश सरकार की पुलिस उन्हें मारने का प्लान बनाई हुई थी.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल और पूर्व केंद्रीय मंत्री व आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा महात्मा फुले समता परिषद से जुड़े हुए हैं. उपेंद्र कुशवाहा का छगन भुजबल से बहुत पुराना राजनीतिक रिस्ता है.
भुजवाल ने एनडीए सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार देश के संवैधानिक संस्थानों को तोड़ने में लगी हुई है. उन्होंने सीबीआई, रिजर्व बैंक और योजना आयोग को सरकार द्वारा खत्म करने की साजिश बताया. वहीं ममता बनर्जी और सीबीआई मामले में भी उन्होंने अपना समर्थन ममता बनर्जी को दिया.