पटना: कोरोना महामारी के समय में अपनी ड्यूटी से गायब डॉक्टरों पर बिहार सरकार ने करवाई करने का मूड बना लिया है. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों पर बिहार सरकार सख्त नजर आ रही है. बता दें कि सरकार के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने 362 डॉक्टरों को अल्टीमेटम भेजा है. इससे पूर्व भी दो बार नोटिस भेज चुका है. इसके बावजूद डॉ अपने काम पर वापस नहीं लौटे थे. ऐसे डॉक्टरों पर सरकार बर्खास्तगी के बाद कानूनी कार्रवाई भी करेगी. इसको लेकर सरकार ने ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों से अंतिम बार जवाब मांगा है.
महामारी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
बता दें कि कोरोना जैसे महामारी के समय अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ बिहार सरकार ने सख्ती से पेश आने का निर्णय लिया है. महामारी एक्ट के तहत ड्यूटी से गायब डॉक्टरों पर कार्रवाई तय है. इसके बाद सरकार ऐसे डॉक्टरों का लाइसेंस तक रद्द कराएगी.
डॉक्टरों के बर्खास्तगी मामले में राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि बिहार के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के सुरक्षा कवच का इंतजाम बिहार सरकार ने नहीं किया है. जिस वजह से डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अपना सेवा देने से भाग रहे हैं. बिहार सरकार को सबसे पहले सभी अस्पतालों में धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा कवच से साथ-साथ उनकी बुनियादी सुविधा भी मुहैया करवानी चाहिए.
बिहार में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण का आंकड़ा
बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बुधवार को पटना में दो सहित पांच जिलों में 6 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज की पहचान की गई. जिसके बाद कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 542 हो गई है. राज्य में अब तक 27,738 से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है. कुल स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 188 है. जबकि पूरे राज्य में संक्रमण के कारण 4 की मौत हो चुकी है.