नालंदा: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे भारत माता की जय, वन्दे मातरम् का प्रयोग राजनीति करने के लिए करते हैं. बीजेपी वाले ही इस तरह का हथकंडा अपनाते हैं. जिस आरएसएस स्कूल के यह लोग शिष्य हैं. वहां नागपुर में हमारा तिरंगा झंडा नहीं फहराया जाता है. फिर भी ये लोग राष्ट्रहित की बात करते हैं. हम कहते हैं वन्दे मातरम् और भारत माता की जय बोलने में कोई दिक्कत नहीं है. यह नारा किसी के बाप की बपौती नहीं है.
'हजारों लोगों का घर बनवाता'
मांझी हरनौत प्रखंड के तेलमर गांव में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री के पद पर 2 महीने और आसीन होता तो मैं भारत सरकार से रुपए ले आता और बिहार में हजारों लोगों का अपना घर बनाने के लिए 3 लाख 50 हजार रुपये मिल जाते. मगर नीतीश कुमार ने ऐसा नहीं होने दिया. उन्हें डर था कि कहीं उसकी कुर्सी खतरे में ना आ जाये.
सीएम पर लगाये आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे तो कहने में भी लज्जा आती है कि यह सरकार हाईकोर्ट के आदेश के आधार पर झुग्गी झोपड़ी के ऊपर बुलडोजर चलवाकर गरीब लोगों को भगा दिया. जिसके कारण लाखों लोग रातों-रात सड़क पर आ गए. इन्हीं सभी बातों को देखकर हमने यह ठाना कि कोई भी ऐसे परिवार को बिना घर के नहीं रहने दूंगा.
जीतन राम मांझी ने कहा कि सीएम को कुछ लोग कहने लगे कि आप पिछले कई सालों से मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के बावजूद इतना नहीं सोचा लेकिन जीतन राम मांझी कम समय मे बहुत कुछ करने लगे है. अगर जीतन राम मांझी गरीब लोगों को 22 लाख मकान मना दिया तो आने वाले समय में आपको कोई भी नहीं पूछेगा. सभी जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री का जाप करने लगेंगे. यही कारण है कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से अभिलंब मुझे हटा दिया.
जनता से वोट देने की अपील
पूर्व सीएम ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन प्रत्याशी अशोक चंद्रवंशी के पक्ष में जनता से वोट करने की अपील की. वहीं, जनसभा के दौरान मंच पर सन ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार चंद्रवंशी भी मौजूद थे.