किशनगंज: जिले के टेढ़ागाछ गांव उपस्वास्थ्य केन्द्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. कई सालों से यह उपचार केन्द्र बंद पड़ा है. इलाज के लिए लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
इलाज के लिए जाना पड़ता है 70 किमी दूर
बता दें कि उप-स्वास्थय केन्द्र चालू नहीं होने की वजह से लोगों को इलाज के लिए 70 किमी तक का सफर करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा समस्या गर्भवती महिलाओं को होती है. दरअसल बदहाल स्थिति में यह उपचार केन्द्र कई महीनों से बंद पड़ा है. आपातकाल की बात तो दूर है, यहां समय पर प्राथमिक इलाज की बी सुविदा नहीं है.
विभाग का कोई अधिकारी अबतक बेखबर
इस बाबत ग्रामीण बताते हैं कि उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कई साल पहले हुआ था. उन्होंने बताया कि यहां पर आज तक कोई डॉक्टर या विभागिय अधिकारी सुध लेने नहीं आया है. लोगों को इलाज के लिए परोसी ज़िले अररिया या पूर्णिया जा कर करवाना पड़ता है.
सिविल सर्जन ने कही यह बात
वहीं इन सब बातों पर किशनगंज सदर अस्पताल के सिविल सर्जन परशुराम प्रसाद ने बताया कि जिले में डॉक्टरों की भारी कमी के चलते सरकार ने उप स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की नियुक्ति पर रोक लगा दी है. भविष्य में जैसे ही हमें आदेश दिया जाएगा. हम सभी उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की नियुक्ति कर दी जाएगी.