किशनगंज: एसआईटी ने नशेड़ियों के खून का कारोबार (drug addicts blood business) करने वाले तीन धंधेबाजों को धर दबोचा है. स्पेशल टीम बीते तीन दिनों से इन धंधेबाजों के पीछे लगी हुई थी. शुक्रवार की देर रात शहर के उत्तरपल्ली स्थित बेथल मिशन स्कूल के पास से खून के काले कारोबार का मुख्य सरगना बाबर को गिरफ्तार (Chief gangster Babar arrested) किया गया और उसकी निशानदेही पर पश्चिम पल्ली एसबीआई के पास से रुस्तम नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया. तीसरे युवक की गिरफ्तारी चूड़ी पट्टी से हुई है.
नशेड़ियों के शरीर से तीनों निकालते थे खून : गिरफ्तार किए गये तीनों युवक नशेड़ियों के शरीर से खून निकालते थे. नशेड़ियों को 250 एमएल खून के बदले 500 से 1000 रुपये दिया जाता था और उसी खून को ये शातिर धंधेबाज 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनका नेटवर्क बंगाल, नेपाल और बंगलादेश तक फैला था.
चोरी की अधिकतर वारदातों में मिला नशेड़ियों का हाथ : किशनगंज टाउन थाना प्रभारी अमर प्रसाद सिंह की ओर से कुछ माह पहले शहर में बढ़ती चोरी की वारदातों की तहकीकात की गई तो अधिकतर वारदातों में नशेड़ियों की संलिप्तता मिली. जिसके बाद शहर मे बढ़ते नशेड़ियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए लगभग 300 नशेड़ी, और तस्कर विभिन्न मामलों में जेल भेज दिए गए, जिससे शहर में चोरी की वारदातों में कमी आ गई.
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देखते-देखते खड़ा हो गया खून के काले कारोबार का नेटवर्क: पुलिस की इस कार्रवाई से भयभीत होकर नशेड़ी नशे के सामान का इंतजाम करने के लिए अपना खून बेचने लगा. देखते ही देखते कम समय में ही खून के काले कारोबार का नेटवर्क शहर में खड़ा हो गया. एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनू के निर्देश पर एसआईटी इस मामले में अभी छापेमारी कर रही है और गिरफ्तार किए गए तीनों खून तस्कर से पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है.
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