जमुई: लॉक डाउन के कारण कई अगल-अलग स्थानों से जिले में आ रहे लोगों के लिए 8 राहत केंद्र बनाए गए हैं. ये सभी राहत केंद्र जिले में अलग-अलग स्थानों पर बनाए गए है. यहां बेघर लोग और मजदूरों के लिए रहने और भोजन की व्यवस्था की गई है.
इन राहत केंद्रों को लेकर जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इन सभी राहत केंद्र में दूसरे राज्य से आने वाले लोग और मजदूरों के रहने, भोजन और कोरोना वायरस से संदिग्ध होने की जांच की व्यवस्था की गई है. फाल्गुनी प्रसाद यादव कॉलेज चकाई में 300, एसके प्लस टू उच्च विद्यालय चकाई में 500, बालिका प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय चकाई में 200,प्लस टू उच्च विद्यालय कोराने में 200 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा मध्य विद्यालय कोराने में 100, आदिवासी छात्रावास चहबचचा में 100, प्लस टू उच्च विद्यालय नावाडीह सिलफरी में 200 और पंचायत सरकार भवन चन्द्रमंडीह में 200 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है. प्रत्येक राहत केंद्र में एक नोडल पदाधिकारी और दो-दो कर्मी को पदस्थापित किया गया है.
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हालात सामान्य होने तक चलेगा राहत केंद्र
बता दें कि यह राहत केंद्र देश में हालात सामान्य होने तक जारी रहेगा. इन जगहों पर कोरोना वायरस के सभी संदिग्ध मरीजों को सामान्य होने तक रखा जायेगा. साथ ही यहां बाहर से आए लोगों की जांच पड़ताल और रहने की व्यवस्था की गई है.