गया: जिले के नक्स्ल प्रभावित क्षेत्र कोंच प्रखण्ड के बड़ागांव में मूंगा यानि सहजन की खेती की जा रही है. जिसे युवा किसान प्रभात कुमार कर रहे हैं. वे अपने बगान में होने वाले सहजन की पत्तियों और फूलों से पाउडर और शहद बनाकर लाखों कमा रहे हैं.
इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ की खेती
इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ खेती करने आए प्रभात बताते हैं कि वे कई देश घूम चुके हैं. जहां उन्होंने देखा कि मूंगा के पाऊडर और शहद की खूब डिमांड है. फिर उन्होंने गया आकर इसकी खेती करने की सोची. जहां उन्हें सफलता हाथ लगी और वे मुनाफा कमाने लगे. प्रभात ने कहा कि सहजन की पत्ती और फूल को तोड़कर सोलर ड्राई बॉक्स में डालकर उसे सूखा दिया जाता है. जिसके बाद उससे पाउडर और शहद तैयार किया जाता है.
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कृषि मंत्री ने की तारीफ
गया में सहजन की खेती को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने प्रभात की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वे प्रभात को इसके लिए बधाई देते हैं. साथ ही उन्हें गर्व है कि मगध क्षेत्र के किसान एक से बढ़कर एक खेती कर रहे हैं.
नाबार्ड दे रहा सहयोग
बता दें कि युवा किसान प्रभात खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. जहां वे सहजन के अलावा मशरूम उत्पादन कर 600 लोगों को रोजगार दे रहे हैं. युवा किसान के इस सफल प्रयास को देखते हुए नाबार्ड भी इसके लिए सहयोग कर रहा है.