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गया: इंजिनियरिंग छोड़ सहजन की खेती कर रहे युवा किसान प्रभात की कृषि मंत्री ने की तारीफ - गया के किसान प्रभात कुमार

युवा किसान प्रभात खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. जहां वे सहजन के अलावा मशरूम उत्पादन कर 600 लोगों को रोजगार दे रहे हैं.

drumstick farming in gaya
गया के किसान प्रभात कुमार
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Published : Feb 7, 2020, 11:57 AM IST

गया: जिले के नक्स्ल प्रभावित क्षेत्र कोंच प्रखण्ड के बड़ागांव में मूंगा यानि सहजन की खेती की जा रही है. जिसे युवा किसान प्रभात कुमार कर रहे हैं. वे अपने बगान में होने वाले सहजन की पत्तियों और फूलों से पाउडर और शहद बनाकर लाखों कमा रहे हैं.

इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ की खेती
इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ खेती करने आए प्रभात बताते हैं कि वे कई देश घूम चुके हैं. जहां उन्होंने देखा कि मूंगा के पाऊडर और शहद की खूब डिमांड है. फिर उन्होंने गया आकर इसकी खेती करने की सोची. जहां उन्हें सफलता हाथ लगी और वे मुनाफा कमाने लगे. प्रभात ने कहा कि सहजन की पत्ती और फूल को तोड़कर सोलर ड्राई बॉक्स में डालकर उसे सूखा दिया जाता है. जिसके बाद उससे पाउडर और शहद तैयार किया जाता है.

drumstick farming in gaya
सहजन का पेड़

कृषि मंत्री ने की तारीफ
गया में सहजन की खेती को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने प्रभात की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वे प्रभात को इसके लिए बधाई देते हैं. साथ ही उन्हें गर्व है कि मगध क्षेत्र के किसान एक से बढ़कर एक खेती कर रहे हैं.

स्पेशल रिपोर्ट

नाबार्ड दे रहा सहयोग
बता दें कि युवा किसान प्रभात खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. जहां वे सहजन के अलावा मशरूम उत्पादन कर 600 लोगों को रोजगार दे रहे हैं. युवा किसान के इस सफल प्रयास को देखते हुए नाबार्ड भी इसके लिए सहयोग कर रहा है.

गया: जिले के नक्स्ल प्रभावित क्षेत्र कोंच प्रखण्ड के बड़ागांव में मूंगा यानि सहजन की खेती की जा रही है. जिसे युवा किसान प्रभात कुमार कर रहे हैं. वे अपने बगान में होने वाले सहजन की पत्तियों और फूलों से पाउडर और शहद बनाकर लाखों कमा रहे हैं.

इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ की खेती
इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ खेती करने आए प्रभात बताते हैं कि वे कई देश घूम चुके हैं. जहां उन्होंने देखा कि मूंगा के पाऊडर और शहद की खूब डिमांड है. फिर उन्होंने गया आकर इसकी खेती करने की सोची. जहां उन्हें सफलता हाथ लगी और वे मुनाफा कमाने लगे. प्रभात ने कहा कि सहजन की पत्ती और फूल को तोड़कर सोलर ड्राई बॉक्स में डालकर उसे सूखा दिया जाता है. जिसके बाद उससे पाउडर और शहद तैयार किया जाता है.

drumstick farming in gaya
सहजन का पेड़

कृषि मंत्री ने की तारीफ
गया में सहजन की खेती को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने प्रभात की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वे प्रभात को इसके लिए बधाई देते हैं. साथ ही उन्हें गर्व है कि मगध क्षेत्र के किसान एक से बढ़कर एक खेती कर रहे हैं.

स्पेशल रिपोर्ट

नाबार्ड दे रहा सहयोग
बता दें कि युवा किसान प्रभात खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. जहां वे सहजन के अलावा मशरूम उत्पादन कर 600 लोगों को रोजगार दे रहे हैं. युवा किसान के इस सफल प्रयास को देखते हुए नाबार्ड भी इसके लिए सहयोग कर रहा है.

Intro:कृषि मंत्री के जिला में किसान एक से एक खेती कर रहे हैं ,बिहार के गया में युवा किसान ने सहजन के बगान लगाये है। इस बगान से उपज होनेवाले सहजन का उपयोग नही करता बल्कि सहजन के पतियों औऱ फूल का उपयोग कर पाउडर और शहद बनाकर युवा किसान लाखो कमाता है।


Body:बिहार का गया जिला जहां भगौलिक बनावट के कारण पारंपरिक खेती भी बड़ी मुश्किल से होता था, बदलते समय और आधुनिक दौर में गया जिले में मशरूम, शिमला मिर्च , स्ट्रॉबेरी की खेती बड़े पैमाने किये जा रहे हैं। लेकिन गया के एक युवा किसान सब से इतर मूंगा का खेती कर रहा है। इसके खेती से लाखो का कमाई कर रहा है।

इंजीनियरिंग के नौकरी छोड़ खेती करने आये प्रभात ने आगे मशरूम और प्याज की खेती की ,उसमे सफलता मिलने के बाद नक्स्ल प्रभावित क्षेत्र कोंच प्रखण्ड के बड़ागांव में मूंगा या सहजन की खेती एक बिगहा में कर रहा हैं। ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रभात बताते हैं मैं कई देशों में घूमा हूँ वहां मूंगा के पाऊडर और शहद का खूब मांग था। मैं सोचा का हमारे यहां तो सहजन इसी तरह हो जाता है क्यों नही इसकी बागवानी कर गया में सहजन की पाउडर बेचा जाए। मैंने अपने गांव में एक बिगहा में तीन साल पहले सेकड़ो सहजन का पौधा लगाया लोग सहजन के खेती करते देख पागल कहते थे।

प्रभात बताते हैं सहजन के पेड़ के टहनियों में पत्ती और फूल आने लगे पतियों को तोड़कर सोलर ड्राई बॉक्स में डालकर उसमे सूखा दिया गया उसके बाद उसका पाउडर बनाकर बेच दिया उसी तरह सहजन के जब फूल आये तो पेड़ के नीचे मधुमक्खी का बॉक्स रख दिया,मधुमक्खी सहजन के फूल से रस लेकर शहद बनाते हैं मैं शहद को निकालकर पैक कर मार्केट में बेच देता हूं, बाजार में सहजन के पाउडर और सहजन के शहद का खूब मांग हैं।

गया जिले सहजन के खेती को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार भी काफी उत्साहित है उन्होंने ईटीवी भारत से इस संबंध में बताया मैं किसान भाई को बधाई देना चाहता हूँ जो गया में सहजन की खेती कर रहे हैं। सहजन के फल के साथ ही उसके पत्तियों से पाउडर बनाकर विदेशो तक बेच रहे हैं। मुझे गर्व है मगध क्षेत्र के किसान एक से बढ़कर एक खेती कर रहे हैं।


Conclusion:आपको बता दे युवा किसान प्रभात कुमार इंजीनियरिंग के नौकरी छोड़ खेती कर रहे हैं ये खेती में नए नए प्रयोग कर लाखो कमा रहे है इन्होंने मशरूम में उत्पादन में नया प्रयोग कर 600 लोगो को रोजगार दिए हैं। युवा किसान के सफल प्रयास को देखते हुए नाबार्ड सहयोग कर रही हैं।
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