मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला में एक ऐसी शिक्षिका है. जिन्हें अपने वेतन के लिए हर बार आंदोलन करनी पड़ती है. इससे पहले वह दो बार आंदोलन और आत्मदाह की धमकी दे चुकीं हैं. जिसके बाद उन्हें सैलरी मिली. शिक्षिका फिर एक बार आंदोलन की राह पर हैं.
दुपट्टा से बांधा अधिकारी के कार्यालय का मुख्य गेट
29 माह से वेतन नहीं आने के कारण शिक्षिका कि आर्थिक हालत बहुत खराब हो गई है. शिक्षिका ने जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के मुख्य गेट को अपने दुपट्टे से बांध दिया और वहीं धरने पर बैठ गई. जिस कारण डीपीओ स्थापना को कार्यालय के बाहर ही एक पेड़ के नीचे अपना कार्यालय चलाना पड़ रहा है.
बेटी के साथ आत्मदाह की धमकी
विनीता कुमारी जिले के पहाड़पुर के एनपीएस बंजारीपट्टी में शिक्षिका हैं. जिनका वेतन जनवरी 2017 से बकाया है. स्कूल की प्रधानाध्यापिका विनीता कुमारी को मूल उपस्थिति पंजी में हाजिरी भी नहीं बनाने दे रही हैं. इसके पूर्व भी विनीता कुमारी ने वर्ष 2017 में अपने बकाये वेतन भुगतान को लेकर अपनी बेटी के साथ आत्मदाह की धमकी दी थी. तब दिसंबर 2016 तक की उन्हें तीन साल की सैलरी मिली थी.
बिना आंदोलन किए वेतन नहीं मिलता
इसके पूर्व भी दो साल-तीन साल पर विनीता देवी का वेतन आंदोलन की राह पकड़ने के बाद हीं उन्हें मिला है. विनीता का कहना है कि आखिर क्यों उसके साथ हमेशा ऐसा होता है. बिना आंदोलन किए वेतन नहीं मिलता है.
शिक्षिका के आवेदन पर हो रहा विचार
शिक्षिका ने डीपीओ स्थापना को भी उनके कार्यालय में नहीं जाने दिया. जिसकी वजह से कार्यालय के बाहर ही पेड़ के नीचे डीपीओ बैठ गए और बाहर ही अपने काम को निपटाने लगे. जब उनसे शिक्षिका के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि शिक्षिका के आवेदन पर विचार हो रहा है. जल्द हीं उनके वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा.