दरभंगा: दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने से नाराज बीजेपी नेता प्रदीप ठाकुर ने एलजेपी का दामन थाम लिया और नामांकन के आखिरी दिन लोजपा के टिकट से अपना नॉमिनेशन दाखिल किया. इसको लेकर लोजपा प्रत्याशी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में जमीनी स्तर पर कार्य किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान' के तहत दरभंगा में 55 हजार सुकन्या खाता खुलवाने का कार्य भी किया था.
इसके बावजूद पार्टी ने उनको टिकट नहीं देकर विधानसभा क्षेत्र से बाहर रहने वाले को अपना उम्मीदवार बनाया है. जिस वजह से उन्होंने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का काम किया है.
'विकास के नाम पर जनता देगी वोट'
नामांकन दाखिल करने के बाद एलजेपी प्रत्याशी प्रदीप ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र की जनता अपने स्थानीय को चुनेगी और बाहरी प्रत्याशी को हराने के काम करेगी. उन्होंने बताया कि इस बार जनता जात-पात और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर केवल विकास के मुद्दे पर उनको वोट देकर विधानसभा भेजने का काम करेगी.
'जनता के साथ हुआ धोखा'
प्रदीप ने आगे कहा कि पिछले कई साल से दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से बाहरी प्रत्याशी चुनाव जीतते आए हैं. उन्होंने कहा कि बाहरी प्रत्याशी जीतने का बाद इलाके को भूल जाते हैं. शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर यहां की जनता के साथ सिर्फ धोखा हुआ है.
बता दें कि बिहार विधानसभा के 243 सीट के लिए तीन चरणों में मतदान होने हैं. मतदान 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को होगा. जबकि, मतों की गणना 10 नवंबर को होगी. पहले चरण के चुनाव में 16 जिले के 71 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे, जबकि 3 नवंबर को दूसरे चरण के लिए 17 जिले के 94 सीट और 7 नवंबर को तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर मतदान होगा.