ETV Bharat / state

बक्सर में तूफान 'यास' का प्रभाव, तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू, प्रशासन भी अलर्ट

बक्सर में भी यास (Cyclone Yaas) तूफान का प्रभाव दिखने लगा है. जिले में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरु हो गई है. इसे लेकर प्रशासन भी अलर्ट है. 24 घंटे अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा गया है.

आसमान में छाए बादल
आसमान में छाए बादल
author img

By

Published : May 27, 2021, 10:31 AM IST

बक्सरः बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास(cyclone Yaas) का बक्सर जिले में भी असर दिखने लगा है. तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई है. तूफान को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है. डीएम अमन समीर ने जिलावासियों से घर में ही रहने की अपील की है. वहीं अस्पतालों को भी 24 घंटे के लिए अलर्ट किया गया है.

तेज आंधी-बारिश शुरू
बक्सर-बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास का असर आज जिले में सुबह से ही दिखाई देने लगा है. तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई है. जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा है इस दौरान वज्रपात होने की भी संभावना है, इसलिए लोग घरों से बाहर नहीं निकलें. वहीं, एसडीएम केके उपाध्याय ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र ने 27 और 28 मई को जिले में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसे लेकर लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. नगरपरिषद क्षेत्र में अंचलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के द्वारा ध्वनि यंत्र से लोगों को घरों से बाहर नही निकलने के लिए जागरूक किया गया है.

बक्सर
आसमान में छाए बादल

इसे भी पढ़ेंः YAAS CYCLONE: पूर्णिया में भारी बारिश, कई इलाकों में जलजमाव और बत्ती गुल

मोबाइल के प्रयोग से बचने की सलाह
चक्रवाती तूफान को लेकर जारी किए के दिशा निर्देश में स्पष्ट रूप से यह कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकले. बाहर निकलने के दौरान मोबाइल को स्विच ऑफ कर दें. क्योंकि तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, एवं वज्रपात होने का अंदेशा मौसम विज्ञान केंद्र के द्वारा जाहिर किया गया है. ऐसे में यदि मोबाइल उसका ऑन रहता है तो वज्रपात की चपेट में आने की खतरा है.

बक्सर
तेज हवाओं के झोंके
मवेशियों को भी घरों में रखे सुरक्षितमवेशी चराने वाले चरवाहों को भी 24 घंटे तक मवेशी लेकर बधार में नहीं जाने के लिए सख्त निर्देश दिया गया है. साथ ही जिले वासियों जानवरों को भी खुले आसमान में नहीं रहने देने की सलाह दी गई है.
पशुओं को खुले में नहीं छोड़ने की सलाह
पशुओं को खुले में नहीं छोड़ने की सलाह

गंगा में नाव परिचालन पर रोक
गंगा नदी में मछली मारने वाले मछुआरों के साथ अन्य नाविकों को भी गंगा नदी में नाव नहीं लेकर जाने का सख्त हिदायत दी गई है. 24 घंटे के लिए गंगा नदी में किसी तरह का नाव का परिचालन पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया गया है.

raw
गंगा में नाव परिचालन पर रोक
हर पंचायत में बिजली कर्मी तैनाततेज आंधी के कारण प्रभावित होने वाले बिजली की व्यवस्था को, तत्काल दुरुस्त करने के लिए पंचायत स्तर पर विद्युत कर्मियों को तैनात करने के साथ ही विभाग के वरीय अधिकारियों को भी 24 घंटे मॉनिटरिंग करने के लिए सख्त हिदायत दी गई है. जो भी कर्मी अपने ड्यूटी से गायब पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ेंः CYCLONE YAAS का बिहार में व्यापक असर, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

हाई अलर्ट पर अस्पताल
जिले के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इलाज के लिए दवा और बेड का इंतजाम रखने के साथ ही 24 घंटे स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात रहने के लिए निर्देश जारी किया गया है. जिससे कि अस्पताल आने के साथ ही लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके. सभी कोविड-19 केयर सेंटर पर इलाजरत मरीजों की देखरेख के साथ ही बिजली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिया गया है.

निपटने के लिए जिला प्रशासन सतर्क
पेट्रोल पंप कर्मियों को भी जिला प्रशासन के द्वारा सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में पेट्रोल पंप खुले रखें. बिजली प्रभावित होने की स्थिति में जेनरेटर का इंतजाम रखें. बता दें कि तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने टीम गठित की है. तूफान के शुरूआती असर के बाद लोग भी सजग नजर आ रहे हैं.

बक्सरः बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास(cyclone Yaas) का बक्सर जिले में भी असर दिखने लगा है. तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई है. तूफान को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है. डीएम अमन समीर ने जिलावासियों से घर में ही रहने की अपील की है. वहीं अस्पतालों को भी 24 घंटे के लिए अलर्ट किया गया है.

तेज आंधी-बारिश शुरू
बक्सर-बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास का असर आज जिले में सुबह से ही दिखाई देने लगा है. तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई है. जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा है इस दौरान वज्रपात होने की भी संभावना है, इसलिए लोग घरों से बाहर नहीं निकलें. वहीं, एसडीएम केके उपाध्याय ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र ने 27 और 28 मई को जिले में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसे लेकर लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. नगरपरिषद क्षेत्र में अंचलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के द्वारा ध्वनि यंत्र से लोगों को घरों से बाहर नही निकलने के लिए जागरूक किया गया है.

बक्सर
आसमान में छाए बादल

इसे भी पढ़ेंः YAAS CYCLONE: पूर्णिया में भारी बारिश, कई इलाकों में जलजमाव और बत्ती गुल

मोबाइल के प्रयोग से बचने की सलाह
चक्रवाती तूफान को लेकर जारी किए के दिशा निर्देश में स्पष्ट रूप से यह कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकले. बाहर निकलने के दौरान मोबाइल को स्विच ऑफ कर दें. क्योंकि तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, एवं वज्रपात होने का अंदेशा मौसम विज्ञान केंद्र के द्वारा जाहिर किया गया है. ऐसे में यदि मोबाइल उसका ऑन रहता है तो वज्रपात की चपेट में आने की खतरा है.

बक्सर
तेज हवाओं के झोंके
मवेशियों को भी घरों में रखे सुरक्षितमवेशी चराने वाले चरवाहों को भी 24 घंटे तक मवेशी लेकर बधार में नहीं जाने के लिए सख्त निर्देश दिया गया है. साथ ही जिले वासियों जानवरों को भी खुले आसमान में नहीं रहने देने की सलाह दी गई है.
पशुओं को खुले में नहीं छोड़ने की सलाह
पशुओं को खुले में नहीं छोड़ने की सलाह

गंगा में नाव परिचालन पर रोक
गंगा नदी में मछली मारने वाले मछुआरों के साथ अन्य नाविकों को भी गंगा नदी में नाव नहीं लेकर जाने का सख्त हिदायत दी गई है. 24 घंटे के लिए गंगा नदी में किसी तरह का नाव का परिचालन पर पूर्ण रूप से रोक लगा दिया गया है.

raw
गंगा में नाव परिचालन पर रोक
हर पंचायत में बिजली कर्मी तैनाततेज आंधी के कारण प्रभावित होने वाले बिजली की व्यवस्था को, तत्काल दुरुस्त करने के लिए पंचायत स्तर पर विद्युत कर्मियों को तैनात करने के साथ ही विभाग के वरीय अधिकारियों को भी 24 घंटे मॉनिटरिंग करने के लिए सख्त हिदायत दी गई है. जो भी कर्मी अपने ड्यूटी से गायब पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ेंः CYCLONE YAAS का बिहार में व्यापक असर, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

हाई अलर्ट पर अस्पताल
जिले के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इलाज के लिए दवा और बेड का इंतजाम रखने के साथ ही 24 घंटे स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात रहने के लिए निर्देश जारी किया गया है. जिससे कि अस्पताल आने के साथ ही लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके. सभी कोविड-19 केयर सेंटर पर इलाजरत मरीजों की देखरेख के साथ ही बिजली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिया गया है.

निपटने के लिए जिला प्रशासन सतर्क
पेट्रोल पंप कर्मियों को भी जिला प्रशासन के द्वारा सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी परिस्थिति में पेट्रोल पंप खुले रखें. बिजली प्रभावित होने की स्थिति में जेनरेटर का इंतजाम रखें. बता दें कि तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने टीम गठित की है. तूफान के शुरूआती असर के बाद लोग भी सजग नजर आ रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.