बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय न्यायालय परिसर में बीते गुरुवार एक कैदी के परिजन और महिला पुलिसकर्मी के बीच धक्का-मुक्की हो गयी. जिस कारण न्यायालय परिसर में हंगामा (Ruckus in Begusarai Court Premises) मच गया. जहां कैदी के परिजनों ने महिला पुलिसकर्मी पर 500 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया तो वहीं महिला पुलिसकर्मी की कहना था कि कैदी को मोबाइल देने का प्रयास किया जा रहा था. विरोध करने पर वे झूठा आरोप लगाकर हल्ला मचाने लगे.
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कैदी को मोबाइल देने की कोशिश: महिला पुलिसकर्मी ललिता कुमारी ने बताया की बंदी से मुलाकात के बहाने परिजनों उसे मोबाइल देने का प्रयास कर रहे थे. जिसका विरोध करने पर बंदी के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. जबकि कैदी के परिजनों ने कहा कि महिला पुलिसकर्मी ने मोबाइल पर बता कराने के एवज में पांच सौ रुपये रिश्वत के तौर पर लिए थे. हंगामा होते देख न्यायालय परिसर में सैकड़ों लोग तमाशा देखने के लिए जुट गए. इस बीच पुलिसकर्मियों और कैदी के बीच धक्का-मुक्की होती रही.
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पुलिसकर्मी पर रिश्वत मांगने का आरोप: कैदी के परिजन कन्हैया कुमार ने कहा कि जब पुलिसकर्मी खाना खिलाने नहीं दे रहे थे तो मोबाइल कैदी तक कैसे पहुंचाया जा सकता है. उसने कहा कि महिला पुलिसकर्मी ने झूठा आरोप लगाया है. महिला पुलिसकर्मी पांच सौ रुपये रिश्वत मांग रही थी. जब हमने विरोध किया तो एक को जबरदस्ती हिरासत में लेने की कोशिश की गयी. इसी को लेकर हंगामा हुआ था. हंगामे को लेकर दोनों पक्षों ने एकदूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है. लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी.
"किसी पुलिसकर्मी ने यह सूचना दी थी कि कैदी को मोबाइल देने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके बाद मोबाइल देने वाले युवक को हिरासत में लेने का प्रयास किया गया. लेकिन उसके परिजनों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी" -ललिता कुमारी, महिला सिपाही