बांकाः जिले में सदर अस्पताल परिसर में स्थित जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के दौरान अवैध वसूली का मामला सामने आया है. सूचना के आधार पर जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो के नेतृत्व में 5 सदस्यों की टीम बनाई गई है. टीम की ओर से की गई छापेमारी में नर्सिंग स्कूल की छात्राओं के पास से 1.60 लाख बरामद किया गया है.
'जांच कमेटी का हो गठन'
मामले को लेकर जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल की प्राचार्य प्रज्ञा रानी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने सत्यता की जांच के लिए कमेटी गठित करने की मांग की. उनका कहना है कि सभी काम तय गाइडलाइन के हिसाब से किया जा रहा है. अगर जांच रिपोर्ट मेरे खिलाफ आता है तो उसके लिए मैं तैयार हूं. वहीं, बरामद पैसों को लेकर उन्होंने कहा कि पैसे को सुरक्षित रखने के लिए छात्राओं को दिया गया था. उन्होंने कहा कि मेस का जो पैसा है वह मेस वाले को दिया जाएगा और यूनिफॉर्म का पैसा दर्जी को दिया जाएगा.
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काउंसलिंग लिस्ट के आधार पर नामांकन
प्रज्ञा रानी ने बताया कि काउंसलिंग के बाद तैयार किए गए लिस्ट के आधार पर नामांकन किया जा रहा है. नामांकन के समय दो महीने का मेस फीस 2,200 रुपये लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गाइडलाइन के आधार पर ही छात्राओं को यूनिफॉर्म दिया जाता है. स्कूल से ही यूनिफॉर्म लिया जाय इस बात को लेकर छात्राओं पर दबाव नहीं बनाया जाता है. वह बाहर से भी यूनिफॉर्म ले सकती हैं.
'दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई'
डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि डीपीएम के पास छात्रों की शिकायत आने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए टीम गठित की गई है. स्कूल में फॉर्मेट के आधार पर प्रिंसिपल की ओर से नामांकन किया जा रहा था. जांच के क्रम में छात्राओं के पास 1.60 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसको लेकर प्राचार्य प्रज्ञा रानी को शो कॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने बताया कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्रिंसिपल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.