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बांकाः जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के दौरान अवैध वसूली, प्रिंसिपल को शो कॉज नोटिस

डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि डीपीएम के पास छात्रों की शिकायत आने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए टीम गठित की गई है. जांच के क्रम में छात्राओं के पास 1.60 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसको लेकर प्राचार्य प्रज्ञा रानी को शो कॉज नोटिस कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.

GNM training school
जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल
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Published : Dec 9, 2019, 7:04 PM IST

बांकाः जिले में सदर अस्पताल परिसर में स्थित जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के दौरान अवैध वसूली का मामला सामने आया है. सूचना के आधार पर जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो के नेतृत्व में 5 सदस्यों की टीम बनाई गई है. टीम की ओर से की गई छापेमारी में नर्सिंग स्कूल की छात्राओं के पास से 1.60 लाख बरामद किया गया है.

'जांच कमेटी का हो गठन'
मामले को लेकर जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल की प्राचार्य प्रज्ञा रानी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने सत्यता की जांच के लिए कमेटी गठित करने की मांग की. उनका कहना है कि सभी काम तय गाइडलाइन के हिसाब से किया जा रहा है. अगर जांच रिपोर्ट मेरे खिलाफ आता है तो उसके लिए मैं तैयार हूं. वहीं, बरामद पैसों को लेकर उन्होंने कहा कि पैसे को सुरक्षित रखने के लिए छात्राओं को दिया गया था. उन्होंने कहा कि मेस का जो पैसा है वह मेस वाले को दिया जाएगा और यूनिफॉर्म का पैसा दर्जी को दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- समस्तीपुर: RLSP महिला संगठन का विरोध प्रदर्शन, बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर जताया रोष

काउंसलिंग लिस्ट के आधार पर नामांकन
प्रज्ञा रानी ने बताया कि काउंसलिंग के बाद तैयार किए गए लिस्ट के आधार पर नामांकन किया जा रहा है. नामांकन के समय दो महीने का मेस फीस 2,200 रुपये लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गाइडलाइन के आधार पर ही छात्राओं को यूनिफॉर्म दिया जाता है. स्कूल से ही यूनिफॉर्म लिया जाय इस बात को लेकर छात्राओं पर दबाव नहीं बनाया जाता है. वह बाहर से भी यूनिफॉर्म ले सकती हैं.

'दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई'
डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि डीपीएम के पास छात्रों की शिकायत आने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए टीम गठित की गई है. स्कूल में फॉर्मेट के आधार पर प्रिंसिपल की ओर से नामांकन किया जा रहा था. जांच के क्रम में छात्राओं के पास 1.60 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसको लेकर प्राचार्य प्रज्ञा रानी को शो कॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने बताया कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्रिंसिपल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

बांकाः जिले में सदर अस्पताल परिसर में स्थित जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के दौरान अवैध वसूली का मामला सामने आया है. सूचना के आधार पर जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो के नेतृत्व में 5 सदस्यों की टीम बनाई गई है. टीम की ओर से की गई छापेमारी में नर्सिंग स्कूल की छात्राओं के पास से 1.60 लाख बरामद किया गया है.

'जांच कमेटी का हो गठन'
मामले को लेकर जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल की प्राचार्य प्रज्ञा रानी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने सत्यता की जांच के लिए कमेटी गठित करने की मांग की. उनका कहना है कि सभी काम तय गाइडलाइन के हिसाब से किया जा रहा है. अगर जांच रिपोर्ट मेरे खिलाफ आता है तो उसके लिए मैं तैयार हूं. वहीं, बरामद पैसों को लेकर उन्होंने कहा कि पैसे को सुरक्षित रखने के लिए छात्राओं को दिया गया था. उन्होंने कहा कि मेस का जो पैसा है वह मेस वाले को दिया जाएगा और यूनिफॉर्म का पैसा दर्जी को दिया जाएगा.

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काउंसलिंग लिस्ट के आधार पर नामांकन
प्रज्ञा रानी ने बताया कि काउंसलिंग के बाद तैयार किए गए लिस्ट के आधार पर नामांकन किया जा रहा है. नामांकन के समय दो महीने का मेस फीस 2,200 रुपये लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गाइडलाइन के आधार पर ही छात्राओं को यूनिफॉर्म दिया जाता है. स्कूल से ही यूनिफॉर्म लिया जाय इस बात को लेकर छात्राओं पर दबाव नहीं बनाया जाता है. वह बाहर से भी यूनिफॉर्म ले सकती हैं.

'दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई'
डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि डीपीएम के पास छात्रों की शिकायत आने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए टीम गठित की गई है. स्कूल में फॉर्मेट के आधार पर प्रिंसिपल की ओर से नामांकन किया जा रहा था. जांच के क्रम में छात्राओं के पास 1.60 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इसको लेकर प्राचार्य प्रज्ञा रानी को शो कॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने बताया कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्रिंसिपल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

Intro:सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो ने बताया कि जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के दौरान अवैध वसूली को लेकर डीपीएम के पास फोन आया था। उसी के आधार पर पहुंच सदस्य टीम ने जांच की। जांच के दौरान नर्सिंग स्कूल की छात्रा के पास 1.60 लाख बरामद हुआ है। प्राचार्य से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।


Body:बांका। सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम ट्रेनिंग की छात्राओं से नामांकन के दौरान अवैध वसूली की सूचना के बाद सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो के नेतृत्व में 5 सदस्य टीम ने पिछले दिनों जांच की थी। जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में नामांकन के लिए पहुंची छात्राओं की शिकायत पर जांच की गई थी। सिविल सर्जन डॉ. सुधीर महतो ने बताया कि छात्राओं की शिकायत फोन पर डीपीएम को मिला था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच सदस्य टीम ने जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल पहुंच कर मामले की जांच की। जांच के क्रम में जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल के छात्राओं के पास से 1.60 लाख रुपए बरामद हुआ था। रुपया बरामद होने के उपरांत सिविल सर्जन ने प्राचार्य प्राचार्य प्रज्ञा रानी से रविवार को पत्र निर्गत कर स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर प्राचार्य के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई हो सकती है।

प्राप्त सूचना के आधार पर की गई जांच
डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि डीपीएम के पास छात्रों का शिकायत आने के बाद मामला गंभीर होने की वजह से इसकी जांच की गई थी। सिविल सर्जन ने आगे बताया कि जांच के लिए जब जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल पहुंचा तो फॉर्मेट के आधार पर प्राचार्य के द्वारा नामांकन लिया जा रहा था। हालांकि नामांकन की तमाम प्रक्रिया का सीजर लिस्ट तैयार कर प्राचार्या के आलमीरा में ही बंद कर दिया गया है। जांच के क्रम में छात्राओं के पास से 1.60 लाख रुपये बरामद हुआ है। साथ ही दर्जी के द्वारा छात्राओं के यूनिफार्म के लिए नाप लिया जा रहा था।

प्राचार्य से नहीं हो सकी बात
जीएनएम ट्रेंनिंग स्कूल के जांच के दौरान प्राचार्य से बात नहीं हो सकी थी। हालांकि जांच के लिए गई 5 सदस्य टीम ने सीजर लिस्ट तैयार किया है। रविवार को पत्र निर्गत कर प्राचार्य प्रज्ञा रानी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही प्राचार्य को कहा गया है कि किस मद में कितनी राशि ली जा रही है उसका फॉर्मेट लिखित रूप में प्रस्तुत करें। स्पष्टीकरण अगर नियम के विरुद्ध पाया गया तो प्राचार्य के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

काउंसलिंग लिस्ट के आधार पर ही लिया जा रहा है नामांकन
जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल की प्राचार्य प्रज्ञा रानी ने बताया कि काउंसलिंग के बाद प्राप्त लिस्ट के आधार पर ही नामांकन लिया जा रहा है। नामांकन के दौरान दो माह का मेस फीस के तौर पर 2200 रुपए लिया जाता है। प्राप्त गाइडलाइन के आधार पर ही छात्राओं को यूनिफॉर्म दिया जाता है। छात्राएं अगर कॉलेज से यूनिफॉर्म लेना चाहती हैं तो ले सकती हैं। वह बाहर से भी ले सकती हैं।इसके लिए कोई अतिरिक्त दबाव उन पर नहीं डाला जाता है। छात्राओं को दर्जी से ही यूनिफॉर्म बनवा कर दिया जाता है।

आरोप की सत्यता के लिए जांच कमेटी का हो गठन
जीएनएम ट्रेंनिंग स्कूल की प्राचार्य प्रज्ञा रानी ने बताया कि आरोप कोई भी लगा लगा सकता है। आरोप की सत्यता के लिए जांच के लिए कमेटी गठित करने का मांग किया। प्राचार्या ने बताया कि कोई गलत कार्य नहीं किया गया है। जो भी आरोप लगाया गया है जांच कमेटी प्रॉपर तरीके से जांच करे। जांच रिपोर्ट अगर विरुद्ध में आता है तो उसके लिए तैयार हैं।

सेफ्टी के लिए छात्राओं के पास रखने दी थी राशि
छात्राओं के पास से जो 1.60 लाख बरामद हुई है उसपर प्राचार्या प्रज्ञा रानी ने बताया कि सेफ्टी के लिए छात्राओं के पास पैसा रखने दिया था। छात्राओं के पास पैसा नहीं रहता है। मेस का जो पैसा है मेस वाले को दिया जाएगा और यूनिफार्म का जो पैसा है उसे दर्जी को दिया जाएगा। छात्राओं के पास कोई पैसा नहीं रहता है। शाम को छात्राएं पैसा वापस दे देती हैं।



जांच के क्रम में छात्राओं के पास से राशि बरामद हुई है


Conclusion:स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद की जाएगी आगे की कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉक्टर सुधीर महतो ने बताया कि प्राचार्या से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी अगर स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो जीएनएम ट्रेंनिंग स्कूल के प्राचार्या के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
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