पटना: बिहार में इन दिनों जातीय जनगणना से लेकर विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर खूब सियासत हो रही है. जातीय जनगणना पर जहां बीजेपी विरोध में दिख रही थी तो वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ विपक्षी दल खड़े थे. नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद अब सीएम समेत जेडीयू के मंत्री मुखर होकर बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग (Demand of Special Status for Bihar) कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी कह रही है इसकी जरूरत नहीं है.
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स्पेशल स्टेटस पर बीजेपी और जेडीयू में मतभेद (Differences Between BJP and JDU on Special Status) साफ नजर आ रहे हैं. हालांकि जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि सभी दलों का अपना-अपना स्टैंड है. बीजेपी और जेडीयू के बीच अंतर्विरोध की बात गलत है.
"दोनों पार्टी का अलग-अलग स्टैंड है. हमारा तो शुरू से ही लगातार रहा है कि हमलोगों को विशेष राज्य का दर्जा मिले. सब लोग एक साथ हैं, विरोध की बात सही नहीं है"- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
बीजेपी-जेडीयू में जारी तकरार ने विपक्ष को हमला करने का मौका दे दिया है. कांग्रेस विधायक और वरिष्ठ नेता शकील अहमद खान का कहना है कि विरोधाभास साफ दिख रहा है. इसके कारण बिहार में सरकार चल नहीं रही है. दोनों दल एक-दूसरे की बेइज्जती कर रहे हैं. विधानसभा के अंदर तक टोपी उछाल रहे हैं.
"दोनों दलों में विरोधाभास साफ दिख रहा है. जिस वजह से बिहार में सरकार चल नहीं रही है. दोनों एक-दूसरे की बेइज्जती कर रहे हैं और विधानसभा के अंदर तक टोपी उछाल रहे हैं"- शकील अहमद खान, विधायक, कांग्रेस
वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी के विधायक रामानुज प्रसाद का कहना है कि बीजेपी और जेडीयू के बीच नूरा-कुश्ती हो रही है. दोनों मिलकर जनता को बरगला रहे हैं और मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है.
"बीजेपी और जेडीयू के बीच नूरा-कुश्ती चल रही है. आपस में मिलकर जनता को बरगला रहे हैं. ये दरअसल मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश है"- रामानुज प्रसाद, विधायक, आरजेडी
हालांकि बीजेपी किसी भी मतभेद की बात से इंकार कर रही है. प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह का कहना है कि सभी दल कों अपने-अपने एजेंडे हैं. किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है, लेकिन कौन चाहत हैं कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बने.
"सभी दल के अपने-अपने एजेंडे हैं. ऐसे में किसी तरह के मतभेद की बात सही नहीं है. हां लेकिन बताइये कि कौन नहीं चाहता है कि बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगे"- अरविंद सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
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बिहार में भले ही बीजेपी और जेडीयू मिलकर सरकार चलाते हों, लेकिन कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर दोनों दलों के बीच विरोधाभास है. इन मुद्दों को लेकर समय-समय पर दोनों बयाने के जरिए एक-दूसरे के आमने-सामने आते रहते हैं.
- नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर जेडीयू नाराज
- जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी केंद्र के तैयार नहीं होने से जेडीयू में नाराजगी
- जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने को लेकर बीजेपी नेताओं के बयान से भी नाराजगी
- विशेष राज्य के मुद्दे पर भी बीजेपी के साथ सहमति नहीं
- उत्तर प्रदेश चुनाव में तालमेल को लेकर बीजेपी की तरफ से अभी तक फैसला नहीं लेने पर भी नाराजगी
वैसे तो जेडीयू और बीजेपी के बीच शुरू से कई मुद्दों पर विरोधाभास रहा है लेकिन इसके बावजूद पहले नीतीश कुमार के खिलाफ बीजेपी के नेता बोलने से बचते रहे हैं लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी है. जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी है, इसके बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया है. लिहाजा बीजेपी के नेता कई मुद्दों पर खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं. यही वजह है कि बीजेपी को लेकर जेडीयू और नीतीश कुमार की नाराजगी बयानों से दिख रही है.
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