मोतिहारी: आसमान से आग बरस रही है, लोग गर्मी से हकलान हैं. गर्मी के कारण एईएस ने जिले में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार पूर्वी चंपारण के 8 बच्चे एईएस के चपेट में हैं. इसलिए जिला प्रशासन इसको लेकर हाई अलर्ट पर है. इस जिला को डेंजर जोन में रखा गया है.
AES का कहर जारी
तपती गर्मी के साथ बच्चों के लिए काल बन चुके एईएस का कहर जारी है. बिहार का मुजफ्फरपुर जिला हर साल एईएस से सबसे अधिक प्रभावित होता है. मुजफ्फरपुर से सटे होने के कारण मोतिहारी के कई प्रखंडों में भी एईएस कहर जारी है.
8 बच्चे एईएस की चपेट में
इस साल सरकारी आंकड़ों के अनुसार 8 बच्चे एईएस की चपेट में हैं जबकि गैर सरकारी आंकड़े इससे ज्यादा हैं. इस बिमारी के ग्रसित बच्चे निजी नर्सिंग होम में भी ईलाज के लिए जाते हैं जिसका आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार मेहसी, मधुबन, पिपरा और चकिया प्रखंड के बीमार बच्चों का ईलाज मुजफ्फरपुर और जिले के अन्य नर्सिंग होम में चल रहा है.
चिकित्सकों को किया गया अलर्ट
सदर अस्पताल से लेकर सभी रेफरल और प्रखंड स्थित पीएचसी में एईएस को लेकर विशेष वार्ड बनाया गया है. साथ ही दवाओं के साथ चिकित्सकों की भी तैनाती कर दी गई है. प्रखंडों में एईएस के मरीज के लिए एंबुलेंस को भी सुरक्षित रखा गया है. चिकित्सकों को भी अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. सदर अस्पताल में अत्याधुनिक स्पेशल केयर युनिट बनाया गया है जहां अंडरग्राउंड पाईप से ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है.