सुलतानपुर: 2 किलो आलू, 2 किलो मटर और 1 किलो टमाटर के सहारे सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने 185 मासूम बच्चों की भूख मिटाने का तुगलकी फरमान जारी किया है. रसोई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है. बीएसए ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए जांच का आदेश दिया है.
कुड़वार विकासखंड अंतर्गत बहमरपुर ग्राम पंचायत में बच्चों की भूख मिटाने का तुगलकी फरमान जारी किया गया है. इसकी शिकायत ग्राम प्रधान रामकुमार कश्यप ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से की. उन्होंने कहा कि 2 किलो आलू, 2 किलो मटर, 1 किलो टमाटर और 1 लीटर रिफाइंड ऑयल के सहारे 185 बच्चों का मिड डे मील तैयार करने का फरमान दिया गया है. इतनी कम मात्रा में इतने बच्चों को खिलाने के जारी फरमान के बाद प्राथमिक विद्यालय की रसोई में हलचल मच गई है.
रसोईयां जिनको खाना बनाने और खिलाने की जिम्मेदारी दी गई थी, उन लोगों ने शिकायत की. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसने प्राथमिक विद्यालय के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. शिकायत को प्रथम दृष्टया प्रशासन ने भी संज्ञान में लिया है. पूरे मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी से जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने रिपोर्ट तलब की है. पूरे मामले में शिकायती पत्र आने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
जांच के आदेश दिए जाने से बेसिक शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, प्राथमिक विद्यालय का यह मेन्यू पूरे विभाग में चर्चा का विषय बन गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधान ने प्राचार्य के खिलाफ शिकायती पत्र दिया है. प्रकरण संज्ञान में है. पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
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