शिमला: टिकट मिलने से लेकर धुआंधार प्रचार और फिर मंडी सीट से जीत, इस दौरान कोई पल ऐसा नहीं आया, जब बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत चर्चा का केंद्र बिंदु न रही हों. ये चर्चा अभी थमी नहीं है. विवादों, बयानों और अप्रत्याशित घटनाओं से निरंतर सुर्खियां बटोर रही कंगना रनौत को लेकर अब एक नई चर्चा छिड़ गई है. क्या कंगना रनौत टीम मोदी का हिस्सा होंगी? रविवार को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभालने जा रहे हैं. रविवार शाम को पीएम का शपथ ग्रहण समारोह होना है. पीएम नरेंद्र मोदी की टीम में इस बार गठबंधन के सहयोगी नीतीश कुमार व चंद्रबाबू नायडू अहम भूमिका में होंगे. ऐसे में नरेंद्र मोदी की कैबिनेट का क्या स्वरूप होगा, इसे लेकर सभी में उत्सुकता है.
इसी उत्सुकता का एक केंद्र कंगना रनौत भी है. क्या पहली बार सांसद बनी कंगना को पीएम नरेंद्र मोदी कोई मंत्रालय सौंपेंगे? ये चर्चा इसलिए भी चल रही है कि मंडी से कंगना का टिकट हाईकमान में उच्च स्तर पर ही फाइनल हुआ था. फिर कंगना के प्रचार में खुद पीएम नरेंद्र मोदी व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी आए थे. योगी आदित्यनाथ ने कंगना की जमकर तारीफ की थी और उसकी तुलना रानी लक्ष्मीबाई तक से की थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कंगना को हिमाचल की बेटी बताते हुए उसके अब तक के सफर को प्रेरक बताया था.
स्मृति इरानी की हार के बाद बने समीकरण
खुद कंगना ने प्रचार के दौरान कहा था कि उन्हें नेशनल अवार्ड मिले हैं यदि मंडी की जनता विजय दिलाकर संसद में भेजती है तो वे बेस्ट एमपी का अवार्ड भी हासिल करेंगी. बेबाक और खुलकर अपनी राय प्रकट करने में विश्वास रखने वाली कंगना रनौत को यदि कैबिनेट में कोई पद मिलता है तो वहां भी क्वीन खुद को साबित करने में कमी नहीं रखेगी. वैसे तो स्मृति इरानी चुनाव हारने के बाद भी कैबिनेट में ली जा सकती हैं, लेकिन यदि उन्हें मौका नहीं मिला तो कंगना के चांस बन सकते हैं.
राह में ये हैं रोड़े
वैसे तो टीम नरेंद्र मोदी चौंकाने वाले फैसले करती आई है और कंगना को कैबिनेट में लेकर पीएम एक बार फिर से हैरत में डाल सकते हैं, लेकिन क्वीन के खिलाफ भी कई बिंदु हैं. बोल्ड कंगना कब कोई विवादास्पद बयान दे डाले, इस की गारंटी नहीं है. फिर हिमाचल प्रदेश चार सीटों वाला छोटा राज्य है. यहां से अनुराग ठाकुर पहले से ही कैबिनेट मंत्री बनने के प्रबल दावेदार हैं. वे पहले भी टीम मोदी का अहम हिस्सा रहे हैं. फिर जेपी नड्डा भी अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद कैबिनेट रैंक के दावेदार होंगे. इस तरह चार सीटों वाले छोटे से राज्य से पीएम नरेंद्र मोदी कितने नेताओं को एडजस्ट करेंगे, ये देखने वाली बात होगी.
बॉलीवुड में कंगना के कुछ प्रोजेक्ट बाकी
कंगना बेशक चुनाव जीत गई हैं, लेकिन उनकी विजय का अंतर 75 हजार के करीब वोटों का है. ये तथ्य भी उनके खिलाफ जा सकता है. फिल्म इंडस्ट्री में अभी कंगना के कुछ प्रोजेक्ट बाकी हैं. पीएम मोदी अपनी कैबिनेट में जमकर काम लेते हैं. ऐसे में कैबिनेट मंत्रियों को दम लेने की फुरसत नहीं होती है. क्या कंगना इस कसौटी पर खरी उतर पाएंगी, क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री से इतनी जल्दी नाता तोड़ पाना आसान नहीं होगा. ये कुछ बिंदु कंगना के खिलाफ जाते हैं, लेकिन मौजूदा दौर की राजनीति में कुछ भी संभव है.
कंगना का विवादों में रहा है नाता
वरिष्ठ मीडिया कर्मी धनंजय शर्मा का कहना है कि कंगना रनौत एक स्थापित कलाकार हैं. उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी मेहनत से जगह बनाई है. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने राजनीति का क, ख, ग सीखने में कोई कमी नहीं रखी, लेकिन विवादों के साथ भी उनका निरंतर नाता रहा है. ऐसे में कंगना को कैबिनेट में जगह मिलेगी या नहीं, ये पूरी तरह से पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी हाईकमान पर निर्भर है. राजनीति में कब, कहां और कैसे किस तरह के समीकरण बन जाएं, इस पर कोई पूरी तरह से निश्चिंत होकर दावा नहीं कर सकता.