आगराः आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में गजब मामला पहुंचा है. एक पति का आरोप है कि पत्नी बुलेट चलाती है. दिन भर गुटखा चबाती है. पत्नी के इन्हीं महंगे शौक की वजह से मैं कर्जदार हो गया हूं. अब पत्नी को साथ नहीं रख सकता हूं. इस पर बुलेट रानी पत्नी का कहना है कि, बुलेट चलाना उसका पहला प्यार है. मेरे गुटखा खाने की पति को शादी से पहले ही जानकारी थी. मुझे पति से ज्यादा गुटखे और बुलेट से प्यार है. मैं पति को छोड़ सकती हूं. मगर, बुलेट चलाना और गुटका खाना नहीं छोड सकती हूं. यह मामला तलाक तक पहुंच गया है. काउंसलर ने पति और पत्नी को अगली तारीख पर बुलाया है.
परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर डॉ. सतीश खिरवार ने बताया कि जगदीशपुरा थाना क्षेत्र की युवती की शादी 2020 में सदर थाना क्षेत्र के सेवला हुई थी. पति जूता कारीगर है. पति और पत्नी की अनबन से मामला पुलिस तक पहुंचा था. इस पर उन्हें परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया है. काउंसलिंग में पति का आरोप है कि, मेरे मना करने के बावजूद पत्नी ने अपने पिता से रुपये लेकर मायके में ही मकान बनवा लिया है. पत्नी दिनभर गुटका खाती है और बुलेट पर घूमती है. चाहे बाजार जाना हो या रिश्तेदारी में हैं. वो बुलेट से ही जाती है. पत्नी के इन दोनों शौक ने उसे कर्जदार बना दिया है. अब पत्नी मुझ पर मायके में रहने का दवाब बना रही है. मैं अपने माता पिता को अकेले छोड़कर नहीं जा सकता हू. इस पर भी घर में कलह होती है. यदि पत्नी अपने ये शौक छोड़ दे तो वो उसे साथ रखने के लिए तैयार है.
काउंसलिंग में पत्नी का आरोप है कि, शादी से पहले ही पति को मेरी बुलेट चलाने और गुटका खाने की जानकारी थी. तब कुछ नहीं कहा. अब विरोध क्यों कर रहे हैं. उसने अपना मकान बनाकर कोई गलती नहीं की है. मैं अपने शौक नहीं छोड़ूंगी. चाहे पति साथ रहे या फिर नहीं. मैं पति के आए दिन के झगडे़ से परेशान होकर ही मायके में रह रही हूं. वहीं पर रहूंगी. जब तक पति मेरी बात नहीं मानेंगे.
पति और पत्नी को दी अगली तारीख
काउंसलर डॉ. सतीश खिरवार ने बताया कि पति और पत्नी काउंसलिंग में अभी एक दूसरे के साथ नहीं रहना चाहते हैं इसलिए, दोनों को अगली तारीख दे दी है. दोबारा से उनकी काउंसलिंग की जाएगी जिससे परिवार टूटे नहीं. पति और पत्नी हंसी खुशी से साथ रह सकें.
रंगबाज बीवी, कर्जदार बना पति : बुलेट से घूमती है, गुटखा खाती है; बोली- पति छोड़ दूंगी पर अपने शौक नहीं - Women unique hobbies - WOMEN UNIQUE HOBBIES
आगरा में पति-पत्नी का एक गजब का मामला सामने आया है. चलिए जानते हैं पूरे मामले के बारे में.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Apr 28, 2024, 9:52 AM IST
|Updated : Apr 28, 2024, 10:31 AM IST
आगराः आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में गजब मामला पहुंचा है. एक पति का आरोप है कि पत्नी बुलेट चलाती है. दिन भर गुटखा चबाती है. पत्नी के इन्हीं महंगे शौक की वजह से मैं कर्जदार हो गया हूं. अब पत्नी को साथ नहीं रख सकता हूं. इस पर बुलेट रानी पत्नी का कहना है कि, बुलेट चलाना उसका पहला प्यार है. मेरे गुटखा खाने की पति को शादी से पहले ही जानकारी थी. मुझे पति से ज्यादा गुटखे और बुलेट से प्यार है. मैं पति को छोड़ सकती हूं. मगर, बुलेट चलाना और गुटका खाना नहीं छोड सकती हूं. यह मामला तलाक तक पहुंच गया है. काउंसलर ने पति और पत्नी को अगली तारीख पर बुलाया है.
परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर डॉ. सतीश खिरवार ने बताया कि जगदीशपुरा थाना क्षेत्र की युवती की शादी 2020 में सदर थाना क्षेत्र के सेवला हुई थी. पति जूता कारीगर है. पति और पत्नी की अनबन से मामला पुलिस तक पहुंचा था. इस पर उन्हें परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया है. काउंसलिंग में पति का आरोप है कि, मेरे मना करने के बावजूद पत्नी ने अपने पिता से रुपये लेकर मायके में ही मकान बनवा लिया है. पत्नी दिनभर गुटका खाती है और बुलेट पर घूमती है. चाहे बाजार जाना हो या रिश्तेदारी में हैं. वो बुलेट से ही जाती है. पत्नी के इन दोनों शौक ने उसे कर्जदार बना दिया है. अब पत्नी मुझ पर मायके में रहने का दवाब बना रही है. मैं अपने माता पिता को अकेले छोड़कर नहीं जा सकता हू. इस पर भी घर में कलह होती है. यदि पत्नी अपने ये शौक छोड़ दे तो वो उसे साथ रखने के लिए तैयार है.
काउंसलिंग में पत्नी का आरोप है कि, शादी से पहले ही पति को मेरी बुलेट चलाने और गुटका खाने की जानकारी थी. तब कुछ नहीं कहा. अब विरोध क्यों कर रहे हैं. उसने अपना मकान बनाकर कोई गलती नहीं की है. मैं अपने शौक नहीं छोड़ूंगी. चाहे पति साथ रहे या फिर नहीं. मैं पति के आए दिन के झगडे़ से परेशान होकर ही मायके में रह रही हूं. वहीं पर रहूंगी. जब तक पति मेरी बात नहीं मानेंगे.
पति और पत्नी को दी अगली तारीख
काउंसलर डॉ. सतीश खिरवार ने बताया कि पति और पत्नी काउंसलिंग में अभी एक दूसरे के साथ नहीं रहना चाहते हैं इसलिए, दोनों को अगली तारीख दे दी है. दोबारा से उनकी काउंसलिंग की जाएगी जिससे परिवार टूटे नहीं. पति और पत्नी हंसी खुशी से साथ रह सकें.