शिमला: हिमाचल में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अब तक प्रत्याशियों के नाम फाइनल नहीं किए हैं. लेकिन प्रदेश के सियासी गलियारों में शोर है कि कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह मंडी लोकसभा से चुनाव लड़ सकते हैं. इसका इशारा खुद विक्रमादित्य सिंह ने भी दिया है.
'पार्टी का हर फैसला मंजूर'
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अब तक पार्टी ने प्रत्याशियों को लेकर औपचारिक ऐलान नहीं किया है लेकिन पार्टी जो आदेश करेगी वो उसे मानने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि "मैं पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता हैं और हम आज जो भी हैं कांग्रेस पार्टी की बदौलत हैं. मैंने यूथ कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर विपक्ष में रहते हुए और अब सरकार में रहकर अपनी हर जिम्मेदारी निभाई है. आलाकमान के किसी आदेश या किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटूंगा"
"मंडी से भावनात्मक जुड़ाव"
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में वो मंडी लोकसभा क्षेत्र के इंचार्ज हैं और मंडी के लोगों के साथ उनका राजनीतिक ही नहीं भावनात्मक जुड़ाव भी है. उन्होंने अपने पिता वीरभद्र सिंह और मां प्रतिभा सिंह के मंडी लोकसभा क्षेत्र से कनेक्शन का भी जिक्र किया. गौरतलब है कि हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 4 बार मंडी लोकसभा से चुनाव लड़े और तीन बार संसद पहुंचे. वो केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे. वहीं प्रतिभा सिंह मौजूदा समय में मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और इससे पहले भी वो दो बार मंडी से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच चुकी हैं.
कंगना पर साधा निशाना
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना ने फिल्मों में बहुत ही अच्छा काम किया है और हिमाचल का नाम रोशन किया है लेकिन वो कॉन्ट्रोवर्सी की भी क्वीन हैं. उन्होंने समय-समय पर देशभर में कई बयान दिए हैं. ये मुद्दे अब चुनाव में उठेंगे भी और उन्हें इसका जवाब भी देना पड़ेगा.
"कंगना सिर्फ हिमाचलियत और उस इलाके की बेटी होने के नाम पर वोट मांगने की कोशिश कर रही हैं. वो अकेले हिमाचल की बेटी नहीं हैं, हिमाचल की लाखों बेटियां पर्वतारोहण से लेकर खेल के मैदान और एक्ट्रेस बनकर प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं." - विक्रमादित्य सिंह, कैबिनेट मंत्री
"कंगना की हार तय है"
विक्रमादित्य सिंह मंडी लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी बनाए गए हैं. इस दौरान वो लगातार कंगना रनौत पर हमलावर रहे हैं. सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये कंगना का नाम लिए बगैर वो कंगना पर लगातार निशाना साध रहे हैं. सोमवार को उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि मंडी से कंगना की हार तय है.
"कंगना रनौत अपने पुराने बयानों से मुकर रही हैं तो प्रभु राम उन्हें सदबुद्धि दें. हिमाचल आईं हैं, देवभूमि में आईं हैं तो यहां से पवित्र होकर वापस बॉलीवुड में जाएं. चुनाव तो वो जीतने वाली नहीं है क्योंकि चुनाव हिमाचल के नाम पर लड़ा जाएगा, हिमाचलियत के नाम पर लड़ा जाएगा और उन्हें हिमाचलियत का ए बी सी नहीं आता है. ये मुझे भी अच्छी तरह पता है और हिमाचल की जनता को भी पता है"- विक्रमादित्य सिंह, कैबिनेट मंत्री
जयराम ठाकुर पर भी साधा निशाना
विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी पलटवार करते हुए कहा कि वो व्यक्तिगत टिप्पणी ना करें. वो अपने कार्यकाल की उपलब्धियों की बात करें व्यक्तिगत टीका टिप्पणी ना करें. जो मुद्दे होंगे वो हिमाचल के हितों के मुद्दे होंगे.
13 अप्रैल को फाइनल होंगे उम्मीदवार
विक्रमादित्य सिंह के मुताबिक 13 अप्रैल को हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों के अलावा उपचुनाव वाली 6 विधानसभा सीटों के लिए भी उम्मीदवार फाइनल हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी सभी सीटों पर दमदार उम्मीदवार उतारेगी और इसको लेकर दिल्ली में मंथन हुआ है. गौरतलब है कि बीते हफ्ते दिल्ली में सीएम सुक्खू से लेकर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह समेत समन्वय समिति के अन्य सदस्यों ने प्रभारी राजीव शुक्ला और प्रियंका गांधी से मुलाकात की और प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हुई. अब हर सीट से आए उम्मीदवारों के नामों पर स्क्रीनिंग कमेटी में मंथन होगा और उसके बाद ये नाम CEC के समक्ष पहुंचेंगे. जहां 13 अप्रैल को नाम फाइनल किए जाएंगे.
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