दुमकाः आदिवासी सांवता सुशार आखड़ा संगठन के सदस्यों ने गुरुवार को बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. आदिवासी संगठन के सदस्यों ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को हम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे. बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा. दरअसल, पिछले दो वर्षों से दुमका के केंद्रीय कारा में बंद बांग्लादेशी नागरिक नजमुल हवलदार की सजा आज गुरुवार को पूरी हो गई. नजमुल की संथाल परगना से गिरफ्तारी हुई थी. इसे मुद्दा बनाते हुए आदिवासी संगठन ने विरोध-प्रदर्शन किया.
दुमका में आदिवासी संगठन की बाइक रैली
इस दौरान आदिवासी संगठन के सदस्यों ने बाइक रैली भी निकाली. इस रैली में काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल थे. सभी परंपरागत हथियार तीर-धनुष , कुल्हाड़ी से लैस थे. सभी के हाथों में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बैनर और पोस्टर थे. जिस पर लिखा था बांग्लादेशी घुसपैठियों को मार भगाना है. इस संबंध में आखड़ा के प्रमंडलीय संयोजक चंद्रमोहन हांसदा ने कहा कि एक तरफ सरकार यह दावा करती है कि एक भी बांग्लादेशी संथाल परगना में नहीं है. ऐसे में सरकार बताएं कि बांग्लादेशी नागरिक नजमुल हवलदार कहां से गिरफ्तार हुआ था.
उन्होंने कहा कि ऐसे कई बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं जो संथाल परगना की माटी और बेटी पर धावा बोल रहे हैं. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमलोग उन्हें यहां से खदेड़ कर भगाएंगे. चंद्रमोहन हांसदा ने कहा कि सरकार इस पर गंभीरता से संज्ञान लें अन्यथा हम लोग बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेंगे.
दो वर्ष पूर्व पकड़ा गया था बांग्लादेशी नागरिक
दरअसल, दो वर्ष पूर्व नजमुल हवलदार को साहिबगंज की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह बांग्लादेश के बागेरहाट जिले का रहनेवाला था और चोरी-छुपे भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया था. राजमहल थाना में उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज हुआ था. न्यायालय ने उसे दो साल की सजा सुनाई थी. केंद्रीय कारा दुमका में आज गुरुवार को उसकी सजा पूरी हो रही है. यह जानकारी दुमका सेन्ट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट कुमार चन्द्रशेखर ने ईटीवी भारत को फोन पर दी.
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उन्होंने बताया कि नियम के अनुसार इस बांग्लादेशी नागरिक को दुमका केन्द्रीय कारा से हजारीबाग के डिटेंशन सेंटर में भेजा जाएगा और वहां से आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी कर बांग्लादेश भेजा जाएगा. कुमार चंद्रशेखर ने बताया कि सजा पूरी होने और उसे हजारीबाग भेजने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी जेल आईजी रांची को दी गई है. वहां से प्राप्त आवश्यक दिशा निर्देश के बाद जिला पुलिस बल की सुरक्षा में नजमुल को हजारीबाग भेजा जाएगा. संभावना है कि भेजने की प्रक्रिया कल पूरी होगी.
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